ब्यूरो रिपोर्ट
अमेठी, 3 मई 2024|
अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने शुक्रवार दोपहर गांधी परिवार का गढ़ मानी जाने वाली इस सीट पर नामांकन दाखिल कर दिया। नामांकन के पहले कांग्रेस कार्यालय से रोड शो निकालते हुए वह कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे
कहा जा रहा है कि के एल शर्मा को गांधी परिवार से वफादारी का इनाम मिला है। वह मूल रूप से पंजाब के लुधियाना के रहने वाले हैं। 1983 के आसपास राजीव गांधी उन्हें पहली बार अमेठी लेकर आए थे। तब से वह यहीं के होकर रह गए। 1991 में राजीव गांधी की मौत के बाद जब गांधी परिवार ने यहां से चुनाव लड़ना बंद किया तो भी शर्मा कांग्रेस पार्टी के सांसद के लिए काम करते रहे।
रायबरेली से सोनिया गांधी के सांसद चुने जाने के बाद उनके प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते रहे। सोनिया गांधी के चुनाव नहीं लड़ने पर किशोरी को रायबरेली से दावेदार माना जा रहा था लेकिन पार्टी ने उन्हें रायबरेली के बजाय अमेठी से उम्मीदवार बनाया है।
1999 से गांधी परिवार के पास रही है सीट
यूपी की हाईप्रोफाइल सीटों में शुमार अमेठी से वर्ष 1999 में सोनिया गांधी ने अपना पहला चुनाव लड़ा था। बाद में उन्होंने वर्ष 2004 में यह सीट राहुल गांधी के लिए छोड़ दी। राहुल गांधी 2004, 2009, 2014 में चुनाव जीत गए लेकिन, वह 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए। 1998 में इस सीट से गांधी परिवार के करीबी कैप्टन सतीश शर्मा चुनाव लड़े थे। उसके बाद से लगातार यह सीट गांधी परिवार के लिए आरक्षित रही है।
अमेठी में अब तक रहे हैं ये सांसद
1967- विद्याधर बाजपेई- कांग्रेस
1971-विद्याधर बाजपेई – कांग्रेस
1977-रवींद्र प्रताप सिंह- भारतीय लोक दल
1980- संजय गांधी- कांग्रेस
1981- राजीव गांधी- कांग्रेस
1984- राजीव गांधी- कांग्रेस
1989- राजीव गांधी- कांग्रेस
1991- राजीव गांधी- कांग्रेस
1991- सतीश शर्मा- कांग्रेस
1996- सतीश शर्मा- कांग्रेस
1998- संजय सिंह- भाजपा
1999- सोनिया गांधी- कांग्रेस
2004- राहुल गांधी- कांग्रेस
2009- राहुल गांधी- कांग्रेस
2014- राहुल गांधी- कांग्रेस
2019- स्मृति जूबिन इरानी- भाजपा