बुराई रिपोर्ट
हाथरस, 03 जुलाई 2024
उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार विश्व हरि (भोले बाबा) के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में मरने वालों की संख्या 121 पहुंच गई हैं। इनमें 108 से अधिक महिलाएं शामिल हैं। पुलिस के केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी बाबा अब तक फरार है।
- पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। हालांकि, इसमें आरोपी बाबा नारायण सरकार साकार विश्व हरी (भोले बाबा) का नाम नहीं है। पुलिस ने आयोजक देव प्रकाश मधुकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत केस दर्ज किया गया है।
- हादसे के बाद से भोले बाबा फरार है। उसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। पता चला है कि वह मैनपुरी के आश्रम में ही मौजूद है। मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
- यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने जांच में तेजी के निर्देश दिए हैं। अब तक की जांच में पता चला है कि आयोजकों को 80 लोगों की भीड़ जुटाने की अनुमति मिली थी, लेकिन ढाई लाख लोग जुट गए थे।
- इस बीच, एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई है। केंद्र सरकार ने गाजियाबाद से एनडीआरएफ की टीम भेजी है। कुछ अधिकारी मौके पर गए हैं, जबकि कुछ जिला अस्पताल पहुंचे हैं।
- हाथरस हादसे के महत्वपूर्ण तथ्य..
साकार हरि उर्फ़ सूरज पाल जाटव ही भोले बाबा है
इसकी बीवी का काफ़ी पहले देहांत हो चुका
इसके साथ खड़ी महिला इसकी बीवी नहीं बल्कि इसकी मामी है जिसे इसने बीवी बनाया है
इस बाबा का न हिन्दू धर्म से कोई लेना देना है न ही हिन्दू देवी देवताओं से
टाइ और कोट पहने ये शख्स खुद को ईश्वर बोलता था और खुद की पूजा करवाता था
ये पहले सिपाही था और एक लड़की से जबरदस्ती करने की वजह से नौकरी से इसे निकाला गया न कि इसने VRS लिया..
….भोले बाबा से तात्पर्य महादेव या शंकर भगवान से नहीं है बल्कि इसने अपना नाम भोले बाबा रखा हुआ है