प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 22 जुलाई 2024
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को प्रदेशभर के स्कूलों में इसी सत्र से लागू कर दिया गया है। एनईपी को जमीनी स्तर पर उतारने और प्रचार-प्रसार करने के लिए छत्तीसगढ़ के सभी स्कूलों में 22 से 28 जुलाई तक शिक्षा सप्ताह मनाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए राज्य परियोजना कार्यालय (समग्र) ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
एनईपी 2020 के क्रियान्वयन के चार वर्ष पूरे होने के अवसर पर स्कूलों में शिक्षा सप्ताह के आयोजन का निर्णय लिया गया है। शिक्षा सप्ताह को शिक्षार्थियों, शिक्षकों, नीति निर्माताओं और हितधारकों के बीच सहयोग व नवाचार की भावना को बढ़ाने के लिए आयोजित किया जा रहा है। इसके अलावा एनईपी को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए आने वाली चुनौतियों पर भी शिक्षा सप्ताह में चर्चा की जाएगी।
एनईपी के विभिन्न प्रावधान को जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन के लिए विकासखंड में विभिन्न स्तरों से 100-100 शिक्षकों का एक दिवसीय सेमीनार आयोजित कर रोडमैप तैयार किया जाएगा। ( New Education rules ) शिक्षकों और बच्चों के बीच एनईपी का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए रणनीति बनाने पर काम किया जाएगा। शिक्षा सप्ताह मनाने के लिए सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही 22 से 28 जुलाई के आयोजन की रिपोर्ट 29 जुलाई तक समग्र भेजने के लिए कहा गया है। इसके अलावा शिक्षा सप्ताह के आयोजन के स्कूलों में निरंतर निरीक्षण करने का आदेश भी दिया गया है।
शिक्षा सप्ताह: इस तिथि का ये आयोजन
22 जुलाई: टीएलएम दिवस- शिक्षकों को स्थानीय सामग्री के प्रदर्शन व कक्षा में इनके उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना
23 जुलाई: एफएलएन दिवस- एफएलएन के क्रियान्वयन के लिए सभी हितधारकों के मध्य जागरुकता विकसित करना।
24 जुलाई: खेल दिवस- खेल और फिटनेस के महत्व के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन करना।
25 जुलाई: सांस्कृतिक दिवस- विद्यार्थियों में विविधता में एकता की भावना विकसित करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम
26 जुलाई: कौशल व डिजिटल पहल दिवस- विभिन्न कौशलों को बढ़ावा देना, सीखने में डिजिटल पहल को प्रोत्साहित करना।
27 जुलाई: मिशन लाइफ/इको क्लब दिवस- स्कूलों में इको क्लब का गठन, एक पेड़ मा के नाम का आयोजन, स्कूलों में वृक्षारोपण।
28 जुलाई: सामुदायिक भागीदारी दिवस- स्थानीय समुदाय, जन प्रतिनिधि, पालक, एसएमसी, पीटीए, पंचायती राज संस्थाओं से मिलकर अधिकतम भागीदारी, न्यौता भोज।