सतीश कुमार
बिलासपुर, 09 सितंबर 2024
छत्तीसगढ़ की सड़कों पर एक्सीडेंट में घायल और असामयिक मृत्यु को प्राप्त हो रहीं गौमाताओं को आश्रय हेतु गौ अभ्यारण की मांग लंबे समय से गौसेवक कर रहे थे, अब राज्य की सरकार द्वारा इस विषय में घोषणा करने पर धन्यवाद पदयात्रा गौसेवकों द्वारा निकाली जा रही है।
आपको बता दें कि वर्ष 2023 में बिलासपुर से दिल्ली तक की पदयात्रा बिलासपुर के सुप्रसिद्ध गौसेवक विपुल शर्मा ने की थी, जिस पर 7 प्रमुख मांग उसमे एक मांग थी कि हर जिले में अभ्यारण हो। अब छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गौ अभ्यारण योजना की घोषणा करने पर उनका धन्यवाद ज्ञापित हेतु पद यात्रा निकाला गया है, साथ में इस पदयात्रा के जरिए गौमाता की अन्य मांगों को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी को ज्ञापन भी विपुल शर्मा सौंपेंगे।
क्या है ज्ञापन के बिंदु?
- राज्य में गौ अभ्यारण का स्वरूप कैसा होगा?
- साथ ही हर गांव में गौ अभ्यारण कैसे बनेगा?
- गौ तस्करी मुक्त राज्य कैसे बनेगा?
- बंद हुई गौठन योजना कैसे काम करें?
- रोड़ पर एक्सीडेंट कैसे कम होंगे?
- पशु चिकित्सालय कैसे कार्य करेगा?
- गौ तस्करी कैसे बंद होगी? इन सभी पर
सात प्रमुख मांग राज्य सरकार से निवेदन हेतु बिलासपुर से रायपुर तक की पद यात्रा निकाली जा रही है।
साथ ही मांग की जायेगी कि छत्तीसगढ़ राज्य में कोसली नस्ल की गाय का नाम माता कोशल्या के नाम रखा गया था, गौमाता को राज्य माता का दर्जा दिया जाए। साथ ही केन्द्र सरकार को प्रस्ताव बना कर भेजा जाए कि गौमाता को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाए।
इसके अलावा बिलासपुर गौ सेवा धाम को 5 एकड़ भूमि गौ सेवा हेतु प्रदान किया जाए। जिसमें जिला पशु चिकित्सालय या बिलासपुर शहरी गौठान को समिति को सेवा हेतु लीज पर या राज्य सरकार आबंटन करे। बंद पड़े गौठान में मेरा गांव, मेरा अभ्यारण योजना लागू हो, जिसमें नन्दी शाला खोले जाए। गौ तस्करी मुक्त छत्तीसगढ बनाने के लिए गौ टाक्स फोर्स बनाया जाएं जिसमे हर जिले से 5 गौसेवक 5 समाज सेवी 2 कास्टेबल 1 उप निरीक्षक को जोड़ा जाएं।
ये पदयात्रा 8 सितंबर से बिलासपुर गौ सेवा धाम से आरंभ होकर रायपुर भारत माता चौक हेतु प्रस्थान कर चुकी है।