बीजापुर, 12 सितंबर 2024
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर नक्सलियों ने दो ग्रामीणों को मौत के घाट उतारा है । बीजापुर जिले में नक्सलियों ने 2 ग्रामीणों को मौत की सजा दी है। पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर दोनों को फांसी पर लटकाया गया। इसके बाद उनकी शर्ट पर पर्चा पर भी चिपकाया, जिसमें लिखा भाजपा को भगाने समेत कई बातें लिखी थीं।
इस वारदात की जिम्मेदारी नक्सलियों की भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने ली है। दोनों को मारने से पहले जन अदालत भी लगाई गई जहां सैकड़ों ग्रामीणों की मौजूद रहे। लोगों की मौजूदगी में ही दो लोगों को मारा गया। वहीं, एक छात्र को सुरक्षित छोड़ दिया गया है।
फांसी के फंदे से लटकाया
नक्सलियों ने 2 दिन पहले 3 सितंबर को जप्पेमरका गांव के ग्रामीण माड़वी सूजा और पोडियाम कोसा का अपहरण किया था। इसके अलावा मिरतुर के छात्रावास में रहकर पढ़ाई करने वाले छात्र को भी नक्सलियों ने अगवा किया था।
तीनों को जप्पेमरका के गांव के जंगल में नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर पेश किया। इसके बाद माड़वी सूजा और पोडियाम कोसा को सभी ग्रामीणों के सामने ही पेड़ पर रस्सी का फंदा बनाकर लटका दिया गया। वहीं छात्र को मुखबिरी ना करने की हिदायत देकर छोड़ दिया।
पर्चे पर 9 बिंदु में लिखी कई बातें
दोनों को मारने के बाद उनकी कमीज पर एक पर्चा चिपकाया गया। इस पर्चे में लिखा है कि, ये लोग कई साल से पुलिस की मुखबिरी कर रहे थे। इसी के चलते इन्हें मौत के घाट उतारा गया है। पर्चे में आस-पास गांव के लोगों को भी धमकी दी गई है कि, पुलिस का मुखबिर मत बनो। साथ ही भाजपा को मार भगाने की बात भी लिखी है।
गुरुवार को जारी की तस्वीर
बताया जा रहा है कि, नक्सलियों ने इसकी खबर पुलिस को न देने परिजनों और ग्रामीणों को धमकी भी दी है। दोनों मृतकों के शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है। नक्सलियों ने इनकी हत्या की तस्वीर गुरुवार को जारी की है।