प्रमोद मिश्रा
रायपुर,18 सितम्बर 2024
शासन द्वारा दी जाने वाली की मूलभूत सुविधाओं में से एक स्वास्थ्य सुविधा है और केंद्र सरकार बचपन में ही बीमारियों का पता लगाकर उसे समूल समाप्त करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित कर रही है, जिसके अंतर्गत जटिल से जटिल बीमारियों का निःशुल्क इलाज किया जाता है। एक ओर जहां निजी अस्पतालों में उपचार के लिए लाखों रुपए खर्च हो जाते हैं, वहीं सीमित आय वाला व्यक्ति अपने बच्चों का जीवन बचाने में नाकामयाब हो जाते हैं। इन्हीं तकलीफों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चिकित्सकों की टीम “चिरायु“ योजना अंतर्गत स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर स्वास्थ्य परीक्षण करती है किसी प्रकार की असाधारण व्याधि परिलक्षित होने पर चिरायु और आयुष्मान योजना के तहत आगे उच्च स्तरीय उपचार के लिए रेफर किया जाता है।
कांकेर जिला के विकासखंड चारामा के वार्ड क्र. 7 निवासी मोईनुद्दीन खान के पुत्र शब्बीर खान आयु 18 माह का स्वास्थ्य परीक्षण चिरायु दल द्वारा किया गया। इसके पहले, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक के द्वारा चिरायु दल को सूचित किया गया था स उसके उपरांत चिरायु दल द्वारा उसके घर जाकर शारीरिक परीक्षण किया गया, जिसमें बालक के सिर में डर्माेइड सिस्ट होना पाया गया। आगे के इलाज की कार्रवाई करते हुए चिरायु दल द्वारा रायपुर के एक निजी अस्पताल में बच्चे की जाँच कराई गई, जिसका निःशुल्क ऑपरेशन अगस्त माह में डीकेएस हॉस्पिटल रायपुर में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। परिणामस्वरूप वर्तमान में बालक पूर्ण रूप से स्वस्थ है एवं बालक के परिजन भी चिरायु योजना एवं आयुष्मान योजना के तहत हुए इलाज से संतुष्ट और प्रसन्न हैं। इसके बाद चिरायु टीम द्वारा ऑपरेशन के पश्चात बच्चे का नियमित फॉलोअप लिया जा रहा है। बच्चा वर्तमान में सामान्य बच्चों की तरह अपने व्यवहार में वापस लौट आया है बालक के माता-पिता और परिजनों ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और शासन को धन्यवाद दिया है।
इसी तरह मुंगेली जिला के नगर पंचायत सरंगाव के आकाश साहू को जन्म से ही क्लेफ्ट पैलेट की समस्या थी। इस समस्या का निजात पाने के लिए उसके परिजन कई स्वास्थ्य केन्द्रों का चक्कर लगा चुके थे। लेकिन अत्यधिक खर्च के कारण उनके लिए उपचार कराना संभव नहीं था। इसी बीच चिरायु टीम पथरिया द्वारा शासकीय प्राथमिक शाला हकीमनगर में 11 वर्षीय आकाश साहू का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और क्लेफ्ट पैलेट की समस्या के उपचार के लिए बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां 11 जुलाई 2024 को स्माइल ट्रेन फाउंडेशन के तहत् निःशुल्क सर्जरी कराई गई।
सर्जरी होने के बाद अब आकाश साहू पूरी तरह से स्वस्थ्य है और उनके चेहरे की मुस्कान लौट आयी है। बच्चे का निःशुल्क सफल ईलाज होने पर पिता देवकुमार साहू ने इस योजना की सराहना की तथा खुशी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और शासन का आभार किया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप राज्य के स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए चिरायु योजना (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) का संचालन किया जा रहा है। योजना अंतर्गत कटे-फटे होंठ, जन्मजात मोतियाबिंद, टेढ़े-मेढ़े हाथ पैर, श्रवण बाधा सहित विभिन्न प्रकार की बीमारी तथा विकृति पर निःशुल्क उपचार होता है। किसी केस में टीम के सहयोग से बच्चों का उच्च स्थान में रेफर कर ईलाज भी होता है, इसके लिए किसी प्रकार का कोई धन खर्च नहीं करना पड़ता।