प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 26 अक्टूबर 2024
छत्तीसगढ़ आयुष विश्वविद्यालय में इस वर्ष जनरल सर्जरी के विश्वविद्यालय टॉपर श्वेता शर्मा को एक भव्य समारोह में प्रतिष्ठित डॉ. प्रशांत तिवारी स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। इस विशेष अवसर पर भारत की राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुर्मू ने टॉपर श्वेता शर्मा को पदक प्रदान किया। यह स्वर्ण पदक जनरल सर्जरी के क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रतीक है और डॉ. प्रशांत तिवारी, एम.एस. जनरल सर्जरी, की स्मृति में दिया जाता है, जो अपने समय के एक प्रसिद्ध सर्जन थे और जिनका चिकित्सा क्षेत्र में योगदान सदा याद किया जाएगा।
समारोह में डॉ. तिवारी की बेटियाँ, डॉ. प्रीति मिश्रा, विभागाध्यक्ष (एमएसडब्ल्यू और समाजशास्त्र) छत्तीसगढ़ कॉलेज, रायपुर और कीर्ति तिवारी, सेवानिवृत्त महाप्रबंधक, एस.ई.सी.एल, भी उपस्थित थीं। यह आयोजन उनके लिए अत्यंत भावुक क्षण था, क्योंकि उन्होंने अपने पिता की स्मृति को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनकी उपलब्धियाँ चिकित्सा क्षेत्र में आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेंगी।
डॉ. तिवारी ने जबलपुर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से 1964-65 में एम.बी.बी.एस किया और फिर 1971-72 में जनरल सर्जरी में एम.एस. किया। भोपाल के सबसे पुराने हमीदिया अस्पताल में 25 से अधिक वर्षों तक इन्होंने सेवा दी। उनकी योग्यता और दक्षता के बल पर उन्होंने ईरान के मस्जिद सोलेमान प्रांत के प्रांतीय अस्पताल में सर्जरी विभाग के प्रमुख के रूप में भी दो वर्षों तक अंतरराष्ट्रीय सेवाएं दीं। अपनी नेतृत्वक्षमता के लिए लोकप्रिय डॉ. तिवारी भारतीय चिकित्सा संघ के मध्य प्रदेश प्रभाग के अध्यक्ष भी रहे।
यह पुरस्कार न केवल डॉ. तिवारी की विरासत का सम्मान करता है, बल्कि उनके परिवार की सार्वजनिक सेवा में गहरी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। उनके पिता, पंडित रामगोपाल तिवारी, जांजगीर और बिलासपुर लोकसभा से तीन बार सांसद और अविभाजित मध्य प्रदेश के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी रहे थे। पंडित रामगोपाल तिवारी तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विश्वासपात्र माने जाते थे।
इस वर्ष का डॉ. प्रशांत तिवारी स्वर्ण पदक छत्तीसगढ़ आयुष विश्वविद्यालय के छात्रों को जनरल सर्जरी के क्षेत्र में उच्चतम मानकों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है और चिकित्सा के प्रति उनकी अमिट विरासत को सजीव बनाए रखता है।