प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 21 नवंबर 2024
इस साल नगर निगम ने 500 करोड़ रुपये प्रॉपर्टी टैक्स वसूली का अभियान तेज कर दिया है। इसके तहत बकायादारों पर सख्ती और नई प्रॉपर्टी का मूल्यांकन दोनों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। घर-घर सर्वे के साथ-साथ डिजिटल माध्यमों से भी टैक्स वसूली को प्रभावी बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है।
बड़े बकायादारों पर कार्रवाई
जोन-10 में बड़े बकायादारों पर सख्ती करते हुए 4 व्यवसायिक संपत्तियों को सील कर दिया गया। जोन कमिश्नर राकेश शर्मा के अनुसार:
– गोविंद एल्युमिनियम (महेश नारवानी): टैगोर नगर स्थित इस व्यवसायिक परिसर पर 10,47,196 रुपये का बकाया होने पर सील कर दिया गया।
– महावीर नगर (अजय क्षेत्रे):पुरैना क्षेत्र में 6,17,254 रुपये का बकाया होने पर प्रतिष्ठान सील कर दिया गया।
– श्यामनगर (अनिल बजाज): व्यवसायिक परिसर पर 6,93,132 रुपये का बकाया होने पर सीलिंग की कार्रवाई हुई। भवन मालिक ने 3 दिन की मोहलत मांगी है।
– आनंद रेस्टोरेंट (ज्योति शर्मा): वार्ड 52 स्थित इस प्रतिष्ठान पर 5,78,368 रुपये का टैक्स बकाया होने पर सील किया गया।
डोर-टू-डोर सर्वे और डिजिटल प्रयास
नगर निगम ने 1 लाख ऐसी संपत्तियों की पहचान की है जिनका अब तक मूल्यांकन नहीं हो सका है। इनकी जानकारी जुटाने के लिए स्वसहायता समूहों की मदद ली जा रही है।
– डिजिटल माध्यम: 1,42,000 संपत्ति मालिकों के मोबाइल नंबर अपग्रेड किए जा रहे हैं। वाट्सएप चैटबॉट और मैसेज के जरिए टैक्स भुगतान की जानकारी भेजी जा रही है।
– सर्वे लक्ष्य: हर राजस्व निरीक्षक को रोजाना 50 संपत्तियों का सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया गया है।
निगम आयुक्त का बयान
निगम आयुक्त अविनाश मिश्रा ने कहा कि स्वसहायता समूहों के माध्यम से सर्वेक्षण कार्य में तेजी लाई जा रही है। बकायादारों पर कार्रवाई के साथ-साथ नई प्रॉपर्टियों को भी टैक्स के दायरे में लाने का प्रयास किया जा रहा है।
निगम का लक्ष्य
प्रॉपर्टी टैक्स वसूली में तेजी लाकर नगर निगम इस साल 500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। बड़े बकायादारों पर कार्रवाई और सर्वेक्षण से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि शहर में कोई संपत्ति टैक्स के दायरे से बाहर न रहे।