प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 12 अप्रैल 2025
न्यू शांति नगर के निवासी और सॉफ्टवेयर इंजीनियर जतिन चौधरी ने अपने पड़ोस में रहने वाली LIC एजेंट सरनजीत कौर, उनके बेटे बलवीर सिंह सैन्स और अन्य के खिलाफ 45.53 लाख रुपये की ठगी का मामला सिविल लाइन थाने में दर्ज कराया है। आरोपियों पर फर्जी बीमा रसीदें देने और झूठे बिजनेस मुनाफे का झांसा देकर लंबे समय तक रकम वसूलने का आरोप है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
13 पॉलिसी और लाखों की ठगी
जतिन चौधरी (43) रामकृष्ण अस्पताल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उन्होंने 2013 से 2024 तक अपने, पत्नी, बेटे, बहन और भांजे के नाम से कुल 13 LIC पॉलिसी ली थीं। इनकी सालाना प्रीमियम राशि 2,824 रुपये से 43,754 रुपये तक थी। आरोप है कि सरनजीत कौर (एजेंट नंबर 00984390) और बलवीर सिंह सैन्स ने पॉलिसियों की रकम नगद और ऑनलाइन लेकर LIC में जमा नहीं की और उन्हें फर्जी रसीदें थमा दीं।
2024 में इनकम टैक्स के लिए असली रसीदों की मांग पर जतिन को LIC कार्यालय पंडरी से पता चला कि उनके नाम पर कोई रकम जमा नहीं की गई और दी गई रसीदें जाली हैं।
5.75 लाख की ठगी जतिन से, 39.78 लाख जतिन के परिचितों से
जतिन से पॉलिसी प्रीमियम और लोन के नाम पर 5,75,304 रुपये की ठगी हुई। बलवीर ने जतिन के परिचितों नितिश वर्मा (4.96 लाख), जगमोहन सिंह नागपाल (5.93 लाख) और भूषण झोडे (28.88 लाख) से भी बिजनेस में दोगुना मुनाफा देने का झांसा देकर ठगी की।
जतिन ने बलवीर के ICICI बैंक खाते में मई 2022 से अक्टूबर 2022 के बीच HDFC खाते से 1.98 लाख रुपये ट्रांसफर किए। बाकी रकम नगद दी गई।
धोखाधड़ी, जालसाजी और साजिश की धाराओं में FIR
जतिन की शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस ने IPC की धाराओं 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात), 467, 468, 470, 471 (जालसाजी से जुड़े अपराध), 120बी (आपराधिक साजिश) और 34 (साझा आपराधिक कृत्य) के तहत FIR दर्ज की है। पुलिस अब आरोपियों की गतिविधियों और बैंक लेन-देन की जांच कर रही है।