8 May 2025, Thu
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25 साल बाद भी नहीं बसी राजधानी, अब सरकार का बड़ा दांव: नवा रायपुर में बसाएगी ‘नया विहार’, बिना सख्त नियमों के मिलेगा प्लॉट, तहसील से लेकर स्कूल-अस्पताल तक सब तैयार

प्रमोद मिश्रा

रायपुर, 21 अप्रैल 2025

छत्तीसगढ़ राज्य के गठन को करीब 25 साल बीत चुके हैं, लेकिन राजधानी नवा रायपुर अब तक अपेक्षित आबादी नहीं जुटा पाई है। इस बड़ी सामाजिक और तकनीकी चुनौती से निपटने के लिए अब राज्य सरकार ने एक नया कदम उठाया है। कमल विहार की तर्ज पर अब नवा रायपुर में ‘नया विहार’ नामक रिहायशी क्षेत्र विकसित किया जाएगा। इस परियोजना के तहत न केवल लोगों को प्लॉट उपलब्ध होंगे, बल्कि सभी बुनियादी सुविधाएं भी पहले से सुनिश्चित की जाएंगी।

 

436 हेक्टेयर भूमि में होगा विकास, अधिग्रहित ज़मीन लौटेगी प्लॉट के रूप में

नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) द्वारा ग्राम बरौंदा, रमचंडी, रीको, मंदिरहसौद, सेरीखेड़ी और नकटी गांव की 436 हेक्टेयर जमीन चिन्हित कर ली गई है। इस परियोजना के तहत उन ग्रामीणों को उनकी अधिग्रहित भूमि विकसित प्लॉट के रूप में वापस दी जाएगी जिनकी ज़मीन पहले अधिग्रहित की गई थी। शेष शासकीय और अन्य भूमि को आम नागरिकों के लिए प्लॉट में परिवर्तित कर बेचा जाएगा।

नवा रायपुर की कठोर शर्तों से राहत, होगी आसान प्लॉट खरीद

‘नया विहार’ की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें नवा रायपुर जैसे कठोर नियम-शर्तें लागू नहीं होंगी। इससे आम नागरिकों को ज़मीन खरीदने और अपने अनुसार उपयोग करने में सहूलियत मिलेगी। योजना में पहले से ही सड़क, पानी, स्कूल और अस्पताल जैसी सुविधाओं का प्रावधान किया जा रहा है।

स्थानीय तहसील का गठन, राजस्व कार्य होंगे आसान

लोगों को बार-बार रायपुर न जाना पड़े, इसके लिए इस क्षेत्र में नई तहसील की स्थापना भी प्रस्तावित की गई है। इससे प्लॉट धारकों और स्थानीय निवासियों को जमीन संबंधी सभी राजस्व सेवाएं स्थानीय स्तर पर ही मिलेंगी।

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दावे-आपत्तियों का निपटारा, अंतिम अधिसूचना जारी

इस योजना के लिए मांगी गई दावे-आपत्तियों को निपटाया जा चुका है और अंतिम अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। स्पष्ट किया गया है कि विकसित प्लॉट का कब्जा उन्हीं ग्रामीणों को मिलेगा, जिनके दस्तावेज पूरी तरह से अपडेट और ऑनलाइन होंगे।

भविष्य में पारदर्शी व्यवस्था, गड़बड़ियों पर लगेगी लगाम

‘नया विहार’ योजना में प्लॉट, मकान या फ्लैट खरीदने वालों को पारदर्शी तरीके से जानकारी दी जाएगी कि वे क्या और कहां खरीद रहे हैं। साथ ही स्कूल और अस्पताल के लिए पहले से ही अलग भूखंड आरक्षित किए जा चुके हैं। यह पूरी योजना भविष्य में भूमि से जुड़ी गड़बड़ियों पर रोक लगाने में भी अहम साबित होगी।

सरकार को उम्मीद – ‘नया विहार’ बनेगा राजधानी बसाहट का नया मॉडल

सरकार को उम्मीद है कि ‘नया विहार’ नवा रायपुर की तरह ठंडी नहीं पड़ेगी, बल्कि यह राजधानी क्षेत्र की आबादी बढ़ाने का नया मॉडल साबित होगा, जहां लोग आधुनिक सुविधाओं के साथ सहजता से बस पाएंगे।

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