प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 25 अप्रैल 2025
छत्तीसगढ़ में पहली बार वृंदा चेस्ट एलर्जी सेंटर में सीआरडी मशीन स्थापित की गई है, जो अब नाक, फेफड़ों और त्वचा की एलर्जी का त्वरित और सटीक निदान करने में सक्षम होगी। इस मशीन के माध्यम से एलर्जी के कारणों का पता लगाया जा सकेगा और उपचार के लिए उचित योजना बनाई जा सकेगी।
सीआरडी मशीन से यह जानना संभव होगा कि कौन सी चीजें, जैसे अंडा, दूध, गेहूं, और अन्य खाद्य पदार्थ, किसी व्यक्ति को एलर्जी दे रही हैं। विशेष रूप से बच्चों के लिए यह टेस्ट फायदेमंद होगा, क्योंकि यह जानने में मदद करेगा कि उन्हें कौन सी चीजें खानी चाहिए और कौन सी नहीं। यदि किसी बच्चे को अंडे से एलर्जी है, तो यह टेस्ट यह पता लगाने में मदद करेगा कि क्या उबला हुआ अंडा खाने से एलर्जी नहीं होगी।
डॉ. केदारनाथ देवांगन ने इस परीक्षण के लाभ बताते हुए कहा कि यह इलाज की सटीकता को बढ़ाता है और एलर्जी और क्रॉस-रिएक्शन के बीच अंतर करने में मदद करता है। साथ ही, यह गंभीर एलर्जी प्रतिक्रियाओं के जोखिम को कम करने में भी सहायक है। सीआरडी एलर्जी परीक्षण से बच्चों और वयस्कों के लिए व्यक्तिगत एलर्जी प्रबंधन को बेहतर बनाया जा सकता है।
यह परीक्षण क्रॉस-रिएक्टिविटी (जैसे, झींगा और पराग) को स्पष्ट करता है, जो गलत प्रतिबंधों को कम करने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, यह एलर्जी के कारण से संबंधित टीके बनाने में मदद करता है, जिससे इम्यूनोथेरेपी के उपचार की प्रभावशीलता बढ़ती है।
समय के साथ एलर्जी की संवेदनशीलता में होने वाले बदलावों का पता लगाने में भी यह परीक्षण सहायक होगा, जिससे भविष्य में बच्चों और वयस्कों को एलर्जी से होने वाली परेशानी से बचने के उपाय किए जा सकेंगे।