प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 08 मई 2025
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) का असर दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग ने राज्य के 12 जिलों में आज यलो अलर्ट जारी किया है। बस्तर संभाग के जिलों में अगले 4 दिन तक तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं, वहीं दुर्ग प्रदेश का सबसे गर्म जिला बना रहा।
इन जिलों में बादल-बारिश के आसार
धमतरी, गरियाबंद और कोंडागांव में बादल छाए रहने की संभावना है। कोरिया और मनेंद्रगढ़ में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। रायपुर में दोपहर बाद मौसम बदल सकता है और गरज के साथ कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं।
दुर्ग में सबसे अधिक तापमान
बुधवार को दुर्ग जिले का अधिकतम तापमान 39.2°C रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 2.6 डिग्री कम था, फिर भी यह प्रदेश का सबसे गर्म जिला रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 23.5°C रहा।
बिलासपुर व सरगुजा संभाग में तापमान गिरा
बिलासपुर में अधिकतम तापमान 38.8°C रहा, जो सामान्य से 4.1 डिग्री कम था। सरगुजा के अंबिकापुर में दिन का तापमान 36.5°C और रात का तापमान 22.2°C रहा, दोनों ही सामान्य से नीचे।
मौसम में बदलाव की वजह क्या?
मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान मौसम परिवर्तन का कारण वेस्टर्न डिस्टरबेंस, ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन हैं, जो दक्षिण-पश्चिम राजस्थान से उत्तरी झारखंड तक फैले हुए हैं। इन प्रभावों के चलते बस्तर संभाग में 30-40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
क्या है वेस्टर्न डिस्टरबेंस?
वेस्टर्न डिस्टरबेंस भूमध्यसागर से उठने वाली बर्फीली हवाएं होती हैं जो ईरान, इराक, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से होते हुए भारत पहुंचती हैं। ये हवाएं अपने साथ नमी लेकर आती हैं और भारत के उत्तर-पश्चिमी व मध्य भागों में बारिश और ठंडक लाती हैं।
आगे क्या?
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटे तक अधिकतम तापमान में ज्यादा बदलाव नहीं होगा। उसके बाद 1 से 3 डिग्री की वृद्धि हो सकती है। फिलहाल गर्मी से थोड़ी राहत जरूर है, लेकिन आने वाले दिनों में असममित बारिश और हवाओं की आशंका बनी हुई है।