प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 19 मई 2025
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आमतौर पर अपनी सरलता और सहजता के लिए पहचाने जाते हैं, लेकिन जब सरकारी योजनाओं में लापरवाही या अनियमितता सामने आती है, तो उनका सख्त रूप भी देखने को मिलता है। आज गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के ग्राम चुकतापानी में कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला।
मुख्यमंत्री सुशासन तिहार के तहत आकस्मिक दौरे पर चुकतापानी पहुंचे। वहां महुआ के पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर वे ग्रामीणों की समस्याएं सुन रहे थे। इसी दौरान ग्रामीणों ने उन्हें पेयजल संकट की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने तुरंत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया और सब इंजीनियर से गांव में हैंडपंप की संख्या और जल जीवन मिशन की प्रगति की जानकारी मांगी। जवाब संतोषजनक न होने पर मुख्यमंत्री ने कड़े शब्दों में कहा, “यह सरकारी काम है, कोई मजाक नहीं। या तो काम करो, नहीं तो निलंबन के लिए तैयार रहो।”
मुख्यमंत्री का यह रूप देखकर सरकारी अमले में खलबली मच गई, वहीं ग्रामीणों ने तालियों के साथ उनके रुख का समर्थन किया।