प्रमोद मिश्रा, बिलासपुर/रायपुर।
छत्तीसगढ़ में बाकी राज्यों की अपेक्षा कोरोना के कम मामले आ रहे हैं, इसकी प्रमुख वजह है खुद सरकार के मुखिया भूपेश बघेल के द्वारा लॉक डाउन के नियमों के पालन की मॉनिटरिंग।
आपको याद होगा कुछ दिन पहले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर की सड़कों पर निकल गए थे। सब्जी वाले के पास पहुंचकर मुख्यमंत्री ने उनसे वन टू वन चर्चा भी की थी, इसी का नतीजा है कि छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक अमला पूरी तरह से मुस्तैद है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के साथ ही प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू भी पिछले दिनों लगातार लोगों के बीच पहुंचकर लॉकडाउन की स्थिति का जायजा ले रहे थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जब बिलासपुर जिला अध्यक्ष को खुद फोन लगाया और हालात को भाँपा, तो एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष सक्रियता और बढ़ गई।
बतादें कि छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने NSUI संगठन के ज़िला अध्यक्षों से फ़ोन पर बात की। बिलासपुर के NSUI ज़िला अध्यक्ष (कार्यकारी) रंजीत सिंह के पास भी फ़ोन आया, जिसने उन्होंने बिलासपुर के हालातों के बारे में चर्चा की, इस दौरान लगभग 2:30 मिनट के इस बातचीत में मुख्यमंत्री बघेल ने रंजीत सिंह को दिशा निर्देश देते हुए कि पंक्ति के आख़री व्यक्ति तक पहुँचकर उसकी मदद करने और सोशल डिस्टेंस के पालन भी करने की बात की और साथ ही कहा की हमारा छत्तीसगढ़ पूरे देश के सामने एक रोल मॉडल के तौर पर उभर रहा है। वहीं रंजीत सिंह ने सीएम को विश्वास दिलाया कि हम हर सम्भव मदद कर रहे हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने रंजीत सिंह के द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में 11 हज़ार रुपए के मदद को भी सराहा।