रविश अग्रवाल सरगुजा सम्भाग
इस वक्त की सबसे बड़ी खबर बलरामपुर जिले से जिले के वाड्रफनगर जनपद पंचायत अंतर्गत हुए मनरेगा घोटाले में बड़ी कार्यवाही की गई है.. मामले में जांच के बाद दोषी पाए जाने पर तत्कालीन सीईओ एस के मरकाम तथा मौजूदा एसडीएम और तत्कालीन प्रभारी सीईओ ज्योति बबली बैरागी को सस्पेेंड कर दिया गया है ..वही मनरेगा के कार्यक्रम अधिकारी अश्विनी तिवारी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
आपको बता दें कि वर्ष 2014-15 और 2015-16 में मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत गुडरु के चपोता में मिट्टी मुरुम सड़क सह पुलिया निर्माण, ग्राम पंचायत तुगंवा में नदी किनारे तटबंध निर्माण,ग्राम पंचायत जमई में डब्लूबीएम और ग्राम पंचायत पेंडारी में मिट्टी मुरुम सडक सह पुलिया निर्माण किया जाना था।लेकिन SDM वाड्रफनगर की जांच रिपोर्ट में यह पाया गया कि कोई काम हुआ ही नहीं और 38 लाख 58 हज़ार पाँच सौ अठारह रुपए का फ़र्ज़ी भुगतान कर दिया गया।
फर्जी भुगतान के मामले में तत्कालीन सीईओ और मौजुदा SDM तत्कालीन प्रभारी सीईओ ज्योति बबली बैरागी को निलंबित कर दिया है तथा मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी अश्विनीी तिवारी पर एफ आई आर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
इन निलंबित अधिकारियों के ख़िलाफ़ विभागीय जाँच एक माह के भीतर पूर्ण करने के सख़्त निर्देश जारी किए गए हैं।