गोपीकृष्ण साहू, रायपुर।
छत्तीसगढ़ में सरकार 2 वर्ष की उपलब्धियों को लगातार बता रही है। सरकार के मंत्री अपने-अपने विभाग के कार्यों का बखान कर रहे हैं, वहीं छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में प्रदेशभर के राजस्व पटवारी संघ अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। राजधानी के ईदगाह भाठा मैदान में रायपुर जिला के पटवारी अपनी लंबित मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हुए हैं और अपनी माँगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं।
प्रदर्शन करने वाले राजस्व पटवारी संघ के पदाधिकारियों की मांग है कि शासन जहाँ उनकी भुइया की समस्या को दूर करे और वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति करे, वहीं उनपर बिना विभागीय जांच के एफ.आई.आर. दर्ज न हो। इसके साथ ही संघ ने माँग की है कि कार्यों के लिये उनकी ट्रैवलिंग को देखते हुए उन्हें फिक्स टी. ए. दिया जाए।
इसके साथ ही पटवारियों की मांग है कि उन्हें स्टेशनरी भत्ता, नक्सली भत्ता एवं अतिरिक्त प्रभार के हल्के का भत्ता प्रमुख रूप से दिया जाए। इसके साथ ही पटवारी संघ ने मुख्य मांग किया है कि पटवारियों के मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त की जाए।
वेतन विसंगति प्रमुख समस्या
पटवारी संघ के जिला अध्यक्ष ने मीडिया24 संवाददाता गोपी साहू से बात करते हुए बताया कि पटवारियों की वेतन विसंगति दूर किया जाए। उन्होंने बताया कि प्रदेशभर के राजस्व पटवारी संघ ने अपने पूर्व के लंबित मांगों एवं समस्याओं के संबंध में कई बार विभाग को लिखित ज्ञापन देने के बावजूद किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है। ऐसे में राजस्व पटवारी संघ का कहना है कि यदि शासन उनकी मांगों को पूरा नहीं करते हैं, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे और अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखेंगे।