प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 15 जनवरी 2021
देश के 10 राज्यों के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी बर्ड फ्लू ने एंट्री दे दी है । दरअसल बालोद के गिधाली के फॉर्म हाउस से भेजे गए चिकन की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है । फॉर्म हाउस में 5 मुर्गियों में बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि हो गई है। गुरुवार को राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भोपाल की लेबाेरेटरी से जांच रिपोर्ट आने के बाद खलबली मच गई। पशु चिकित्सा विभाग ने राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। रायपुर में भी सड़क पर मृत मिले कबूतर और उल्लू का सैंपल तीन दिन पहले भोपाल भेजा गया है। उनकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। पशु चिकित्सा विभाग के अफसरों के अनुसार बालोद के जीएस पोल्ट्री फार्म गिधाली में चार दिन पहले 11 जनवरी को 5 मुर्गियों की मौत के बाद उन्हें जांच के लिए भोपाल भेजा गया था। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद लोगों को फ्री घूमने वालों के साथ पालतू पक्षियों से भी दूर रहने के निर्देश दे दिए गए हैं। पशु चिकित्सा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार मुर्गियों में एच-5 एन-8 इनफ्लुएंजा वायरस मिले हैं। इसके वायरस एक दूसरे के संपर्क में आने से फैलते हैं। इस वजह से बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट घोषित करने के साथ ही बालोद के जिस पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों की मौत हुई, उसके 10 किलोमीटर के इलाके की निगरानी शुरू कर दी गई है। उस इलाके में लोगों की एंट्री भी बैन कर दी गई है। केवल स्थानीय लोगों को ही प्रवेश दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। पूरे इलाके में सभी तरह के पक्षियों और मुर्गियों का परिवहन भी बैन कर दिया गया है। पोल्ट्री फार्म की मुर्गियों को दर्द रहित मौत देने की तैयारी है। राज्य में बर्ड फ्लू का ये पहला मामला है। इसके पहले पोंडी में मृत 3 कौओं की मौत के बाद उन्हें बतौर सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
270 मुर्गियों की मौत के बाद भेजे गए थे सैंपल
गिधाली के पोल्ट्री फार्म में एक हफ्ते के दौरान 270 मुर्गियों की मौत से प्रशासन अलर्ट हुआ था। पशु चिकित्सा विभाग के डॉ. देवेन्द्र सिहारे ने बताया कि मुर्गियों की मौत के बाद रायपुर से विशेषज्ञों की टीम पहुंची। उसी टीम ने सैंपल भोपाल लैब में जांच के लिए भिजवाए थे। आरटीपीसीआर टेस्ट में एच5एन8 वायरस होने की पुष्टि की गई है।
आगे क्या- बीमार मुर्गियों की बिक्री पर रोक
बालोद के सभी पोल्ट्री फार्म वालों को मुर्गियों की निगरानी करने का निर्देश जारी कर दिया गया है। मुर्गियों को असामान्य देखते ही रिपोर्ट देने को कहा गया है। बीमार मुर्गियों को किसी भी स्थिति में बिक्री के लिए भेजने से मना कर दिया गया है। वायरस हवा के साथ फैलते हैं। ऐसी स्थिति में पालतू और फ्री घूमने वाले पक्षियों के संपर्क में आने से बचने का मैसेज भेजा गया है।
मनुष्य से मनुष्य में नहीं फैलता बर्ड फ्लू
Q. क्या बर्ड फ्लू इंसानों से इंसानों में फैलता है?
A. बर्ड फ्लू पक्षियों से संपर्क वाले जानवरों और इंसानों को हो सकता है। मनुष्य से मनुष्य में फैलने की आशंका कम।
Q. इंसानों में अब तक कितने मामले मिले?
A. अब तक के रिकार्ड के मुताबिक दुनिया में इंसानों में बर्ड फ्लू के संक्रमण के करीब 1500 केस मिले हैं।
Q. क्या बर्ड फ्लू मनुष्य के लिए जानलेवा है?
A. मनुष्यों में बर्ड फ्लू के डेढ़ हजार मामलों में से 600 को बचाया नहीं जा सका। इसी से समझ सकते हैं।
Q. बर्ड फ्लू का कोई टीका बाजार में उपलब्ध है?
A. बर्ड फ्लू का कोई विशेष टीका बाजार में नहीं है। इसकी अलग से भी कोई दवाई अब तक उपलब्ध नहीं।
बर्ड फ्लू से बचाव के लिए अभी फिलहाल बीमार चिकन का सेवन न करे क्योकि हो सकता है कि उन चिकनों में बर्ड फ्लू के वायरस हो ।