राष्ट्रीय बालिका दिवस : जानिए सृष्टि गोस्वामी के बारे में जो आज एक दिन के लिए बनेंगी CM , सृष्टि की कहानी हर एक बालिका को करेगी गौरान्वित

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शारदा दुबे

उत्तराखंड , 24 जनवरी 2021

आज महिलाएं हर एक क्षेत्र में सफलता पा रही हैं। पुरूषों से ज्यादा आज भिन्न भिन्न क्षेत्रों में लड़कियों का दबदबा ज्यादा है। आने वाली 24 जनवरी को पूरे देश में नेशनल गर्ल चाइल्ड डे मनाया जाएगा। यह दिन हर एक लड़की के लिए खास है। वहीं अब इस दिन हरिद्वार की बेटी सृष्टि गोस्वामी पूरे देश का मान बढ़ाएंगी। कल का दिन लड़कियों के लिए और तमाम बच्चियों के लिए खास तो है ही साथ ही में कल पर इसलिए देश के नागरिकों की नजर टिकी है क्योंकि कल हरिद्वार की सृष्टि गोस्वामी 1 दिन के लिए उत्तराखंड की मुख्यमंत्री बनेंगी।

 

 

 

योजनाओं की समीक्षा करेंगी सृष्टि

ये पल सृष्टि के परिवार के लिए जितना खास है उतना ही यह देश के लिए भी एक गौरव का पल है कि देश की बेटी एक दिन के लिए सीएम की कुर्सी संभालेगी।

इस दौरान सृष्टि सरकार की तमाम योजनाओं की समीक्षा करेंगी और इन योजनाओं में अटल आयुष्मान योजना, स्मार्ट सिटी परियोजना, पर्यटन विभाग की होमस्टे योजना और अन्य विकास परियोजनाएं शामिल हैं।

विधानसभा बैठक भी की जाएगी

मीडिया रिपोर्टस की मानें तो इस दौरान विधानसभा बैठक भी की जाएगी। आपको बता दें कि इस दौरान सृष्टि सूबे के सभी विकास कार्यों की भी समीक्षा करेंगी। इसके लिए नामित विभाग के अधिकारी विधानसभा में पांच-पांच मिनट अपनी प्रजेंटेशन देंगे।

हर 3 साल में चुना जाता है बाल मुख्यमंत्री

आपको बता दें कि कल यानि राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर दोपहर 12 बजे विधानसभा भी आयोजित की जाएगी। यह बाल विधानसभा 3 साल में एक बार आयोजित की जाती है और इसके लिए हर साल बाल मुख्यमंत्री भी चुना जाता है और साल 2018 में सृष्टि को इसके लिए चुना गया था और सृष्टि खुद बाल विभाग का प्रजेंटेशन भी देंगी

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कौन है सृष्टि गोस्वामी ?

सृष्टि दौलतपुर की रहने वाली है और वह बीएसएम पीजी कॉलेज से बीएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर रही है। वह कल के दिन के लिए काफी खुश हैं और इसके लिए उन्होंने उत्तराखंड की सीएम का भी धन्यावाद किया है।

माता-पिता करते हैं ये काम

खबरों की मानें तो सृष्टि के पिता एक छोटी सी दुकान से घर परिवार का पेट पालते हैं और वहीं उनकी माता आंगनवाड़ी में काम करती हैं। माता पिता बेटी की इस सफलता पर बेहद खुश हैं और आज उन्हें बेटी पर मान है।

सृष्टि हमेशा से समाज को बदलने की सोच रखती है। और इसके लिए वह लड़कियों को शिक्षा देने का काम भी करती हैं और बाकी लड़कियों को इसके लिए प्रेरित भी करती है। इतना ही नहीं इससे पहले 2018 में भी सृष्टि को उत्तराखंड में बाल सभा के कानून निर्माता के रूप में चुना गया था और साल 2019 में, वह लड़कियों के अंतर्राष्ट्रीय नेतृत्व में भाग लेने के लिए थाईलैंड भी गई थीं। बालिका सुरक्षा पर देंगी ध्यान

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