छत्तीसगढ़ में स्कूल कॉलेज ओपन ब्रेकिंग : अब राज्य में खुलेंगे स्कूल और कॉलेज, सरकार का निर्णय : 15 फरवरी से राज्य के स्कूल और कॉलेज होंगे ओपन, पढ़िये फिलहाल किन किन कक्षाओं तक के स्कूल और कॉलेज खुलेंगे

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प्रमोद मिश्रा

रायपुर, 13 फरवरी 2021

सरकार ने फैसला लिया है कि छत्तीसगढ़ में स्कूल और कॉलेज की शुरुआत 15 फरवरी से होने वाली है । आज सीएम हाउस में चली कैबिनेट की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है । आपको बता दे कि बैठक में इस विषय पर लंबी चर्चा हुई और इसके बाद यह फैसला लिया गया है ।

 

 

भूपेश कैबिनेट की अहम बैठक आज सीएम हाउस में संपन्न हुई है । इस बैठक में यह निर्णय लिया जाएगा कि आखिर कब से छत्तीसगढ़ में स्कूल और कॉलेज खोले जाएंगे । कैबिनेट के फैसले के अनुसार 15 फरवरी से प्रदेश के स्कूल और कॉलेज खुलने वाले है । अब सरकार भी चाहती है कि कॉलेजों और स्कूलों को खोल दिया जाए जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो क्योकि लंबे समय से स्कूल और कॉलेज बंद है जिससे पढ़ाई विद्यार्थियों की प्रभावित हो रही है । अभी फिलहाल पोस्ट ग्रेजुएशन की कक्षाएं शुरू की जाएंगी उसके बाद अगले सत्र से ही ग्रेजुएशन की कक्षाएं लगेंगी ।

फिलहाल 9वीं से 12वीं तक लगेंगी कक्षाएं

कैबिनेट में आज 9वीं से 12वीं तक के स्कूलों को खोलने पर निर्णय लिया गया है । जानकारी के मुताबिक सरकार अभी फिलहाल 9वीं से 12वीं तक स्कूलों को ओपन करना चाहती है उसके बाद 1 से 8 क्लास तक के बच्चों की कक्षाएं बाद में शुरू की जा सकती है । अभी फिलहाल बिहार, नई दिल्ली जैसे अनेक राज्यों में स्कूल ओपन हो चुके है ऐसे में सरकार भी यही चाहती है कि छत्तीसगढ़ में भी स्कूल और कॉलेज खुले। शिक्षा विभाग और उच्च शिक्षा विभाग भी स्कूल और कॉलेज को खोलने को लेकर पूरी तरह से तैयार है । कैबिनेट में आज इस बात की मुहर लग गई है की स्कूल और कॉलेज अब छत्तीसगढ़ में ओपन होने वाले है वैसे ही सभी स्कूल और कॉलेजों को यह आदेश भेज दिया जाएगा । इस संदर्भ में जल्द ही स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा विभाग आदेश जारी करेगा ।

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ऑनलाइन क्लास में नहीं दिखी उतनी रूचि

वैसे तो कोरोना काल के बाद सरकार ने ऑनलाइन क्लास के जरिये बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसकी शुरुआत की थी साथ ही मोहल्ला क्लास के जरिये बच्चों की पढाई प्रभावित न हो इसकी भी शुरुआत की थी । स्कूली बच्चों में तो थोड़ी बहुत सफलताएं इस प्रयोग से मिली लेकिन कॉलेजों में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों ने इसके प्रति कोई भी रुचि नहीं दिखाई लिहाजा परिणाम यह रहा कि कॉलेजों में पढ़ाई करने वाले छात्रों की उपस्थिति इसमें मात्र 30 से 35 फीसदी ही रही ।

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