कन्हैया तिवारी
गरियाबंद, 17 मार्च 2021
छत्तीसगढ़ में एक तरफ सरकार शराबबंदी की बात करती है लेकिन वहीं दूसरी तरफ इसके कुछ उलट तस्वीर दिखाई देती है । दरअसल कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में शराबबंदी की बात कही थी लेकिन ढाई साल बीत जाने के बाद भी अभी तक शराबबंदी नहीं हो पाई है । गरियाबंद जिले में शराब ने एक परिवार को पूरी तरीके से बर्बाद कर दिया दरअसल शराबी पिता को उसके बेटे ने ही मार डाला ।
शराब के रुपयों के लिए अधेड़ अपनी पत्नी से झगड़ा कर रहा था। बेटे ने मना किया तो उसे भी डंडे से पीटा। इस पर गुस्साए बेटे ने लात-घूंसों से पीट-पीट कर अधेड़ की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मामला कोतवाली क्षेत्र के बेंदकुरा पंचायत में मंगलवार देर रात का है।
जानकारी के मुताबिक, बेंनकुरा पंचायत के आश्रित गांव जुनाडीह निवासी सुखराम यादव मंगलवार को अपनी पत्नी से शराब के लिए रुपए मांग रहा था। पत्नी ने रुपए देने से इनकार कर दिया। इसके चलते दोनों के बीच विवाद हो रहा था। यह देखकर उसका बेटा दिनेश (25) बीच बचाव के लिए आया तो सुखराम का उससे भी विवाद होने लगा। थोड़ी देर बाद जब विवाद शांत हुआ तो दिनेश घर से बाहर चला गया और दोस्तों के साथ जाकर बैठ गया।
दोस्तों के साथ बैठा था बेटा तो फिर डंडा लेकर शराबी पिता मारने पहुंचा । इस बीच सुखराम डंडा लेकर वहां पहुंच गया और दिनेश को पीटना शुरू कर दिया। यह देख दोस्तों ने सुखराम को रोका और उनका झगड़ा शांत कराया। इसके बाद पिता-पुत्र दोनों घर चले आए। यहां पर दोनों के बीच फिर से विवाद शुरू हो गया। बात इतनी बढ़ी कि दिनेश ने सुखराम की लात-घूंसों से बुरी तरह पिटाई कर दी। इसके चलते सुखराम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इसकी जानकारी ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। फिलहाल आरोपी बेटे के खिलाफ पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है ।