प्रमोद मिश्रा
दुर्ग, 18 मार्च 2021
खुड़मड़ा में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले का आखिरकार पुलिस ने खुलासा कर दिया। 89 दिन बाद इस केस में पुलिस को सफलता मिली है। हत्यारा कोई और नहीं बल्कि मृतक बालाराम सोनकर का बड़ा बेटा गंगाराम ही इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड निकला। गंगाराम सोनकर ने अपने दोस्त योगेश सोनकर उर्फ महाकाल, रिश्तेदार रोहित मौसा और पड़ोसी नरेश सोनकर के साथ मिलकर मां दुलारी बाई, पिता बालाराम व छोटे भाई रोहित सोनकर व छोटे भाई की पत्नी कीर्तिन की हत्या कर दी। मामले में पुलिस ने सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल इस पूरे हत्याकांड का कारण जमीन विवाद रहा। इस मामले का खुलासा करते हुए आईजी विवेकानंद सिन्हा, एसपी प्रशांत ठाकुर ने संयुक्त रूप से बताया कि गंगाराम सोनकर के पास सवा एकड़ खेत था और खेत में जाने के लिए अपने पिता की जमीन से होकर जाना पड़ता था। गंगाराम सोनकर ने कई बार अपनी मां दुलारी बाई से रास्ते के लिए जमीन मांगी जिसका उसका भाई रोहित विरोध करता था। इसे लेकर गंगाराम का अपनी मां व भाई से अक्सर विवाद भी होता था। यही नहीं उसकी सवा एकड़ जमीन भाई सोमनाथ के नाम पर होने व ऋण के लिए ऋण पुस्तिका नहीं देने पर भी विवाद होता था।
मारने की धमकी दे चुका था गंगाराम
आईजी सिन्हा ने बताया कि आरोपी गंगाराम जमीन के उस टुकड़े को हथियाने के लिए अपनीं मां व भाई को मारने की धमकी दे चुका था। घटना वाले दिन गंगाराम ने पूरी प्लानिंग कर अपने दोस्त, रिस्तेदार व पड़ोसी के साथ घटना को अंजाम दिया। इस मामले में पुलिस ने गंगाराम सोनकर, योगेश सोनकर उर्फ महाकाल, नरेश सोनकर, रोहित सोनकर उर्फ रोहित मौसा को गिरफ्तार कर लिया है।
संदेहियों का कराया गया वैज्ञानिक परीक्षण
घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम के सहयोग से भौतिक संकलित किया गया तथा घटनास्थल की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई कार्रवाई की गई जानकारी एकत्र की गई। विवेचना टीम ने वैज्ञानिक एवं तकनीकी साक्ष्यों का बारीकी से निरीक्षण किया। विवेचना के दौरान घटना के मूल कारणों में पारिवारिक जमीन संबंधी विवाद सामने आए इसके आधार पर संदेही एवं अन्य वैज्ञानिक परीक्षण गांधीनगर केंद्रीय फॉरेंसिक लैब से कराया गया। परीक्षण उपरांत महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए। उन्हीं बिंदुओं को विवेचना का आधार बनाते हुए संदेश जो पूछा पूछताछ की गई जिससे आरोपी पुलिस की पकड़ में आए।