बड़ी खबर : छत्तीसगढ़ में लोकपाल लागू करने की बात कहने वाली कांग्रेस की सत्ता वाले राज्य में किसान ने सरकारी सिस्टम से परेशान होकर किया आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा – पटवारी ने 5 हज़ार लेने के बाद भी नहीं दी जमीन की पर्ची,जय श्री राम

Exclusive Latest छत्तीसगढ़ बड़ी ख़बर

प्रमोद मिश्रा

बिलासपुर, 02 अप्रैल 2021

एक तरफ सरकार अपना चेहरा चमकने करोड़ो रूपये खर्च कर दे रही है वहीं दूसरी तरफ किसान सरकारी सिस्टम से इस कदर परेशान हो रहे है कि आत्महत्या को मजबूर हो जा रहे है । दरअसल छत्तीसगढ़ में सरकारी सिस्टम से परेशान होकर किसान ने आत्महत्या कर ली है । किसान पटवारी के तारीख बढ़ाने और काम न करने को लेकर इस कदर परेशान हो गया कि आत्महत्या करने को मजबूर हो गया । उसका शव शुक्रवार को पेड़ से लटकता मिला है। पुलिस ने किसान के घर से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। इसमें लिखा है कि पटवारी ने जमीन की खो गई पर्ची बनवाने के लिए 5 हजार रुपए मांगे थे। रुपए देने के बाद भी वह 6 माह से चक्कर लगा रहा था। इसके कारण वह जमीन की रजिस्ट्री नहीं करा सका। मामला तखतपुर थाना क्षेत्र का है।

 

 

जानकारी के मुताबिक, ग्राम राजा कापा निवासी छोटू राम कैवर्त को अपनी जमीन की 31 मार्च तक रजिस्ट्री करानी थी। उसके जमीन की पर्ची खो गई थी। जिसे बनवाने के लिए करीब 6 माह से पटवारी के चक्कर लगा रहा था। आरोप है कि करीब डेढ़ माह पहले पटवारी ने उससे 5 हजार रुपए भी लिए थे, लेकिन फिर भी पर्ची बनाकर नहीं दी। जिसके कारण तय समय बीत गया और वह रजिस्ट्री नहीं करा सका। इसके बाद शुक्रवार सुबह उसका शव मिला।

किसान द्वारा लिखा गया सुसाइड लेटर

पत्नी सुबह चाय लेकर पहुंची तो बाड़ी में मिला शव
छोटू राम की पत्नी ने पुलिस को बताया कि सुबह करीब 5 बजे वह घर से निकलकर बाड़ी में गया था। थोड़ी देर बाद उसकी पत्नी चाय लेकर पहुंची तो छोटू का शम गमछे के सहारे पेड़ से लटक रहा था। वहीं सामान रखने वाले कैरेट से पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद कर लिया है। इसके लिखा है कि वह पटवारी से तंग आ गया था। 5000 रुपए लेने के बावजूद उसका काम नहीं कर रहा था। अपने बेटे के लिए लिखा है कि अपनी मां और बहन का ख्याल रखे।

पढ़ें   लोकसभा निर्वाचन-2024 : ध्वनि विस्तारक यंत्रो का प्रयोग रात्रि 10 बजे से प्रातः06 बजे तक प्रतिबंधित

घोषणा पत्र में कहा गया था लोकपाल लागू करेंगे…

कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में छत्तीसगढ़ में लोकपाल लागू करने की बात की थी मगर अभी तक उसपर कोई भी बात नहीं हो पाई है । एक तरफ सरकार अपनी पीठ इसलिए थपथपाती है कि हमारे राज्य में किसान खुशहाल है मगर दूसरी तरफ ठीक इसके उलट तस्वीर बिलासपुर के तखतपुर में नजर आई है ।

Share