भूपेश टांडिया
रायपुर 19 अप्रैल 2021
कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार प्रदेश में काफी तेजी से बढ़ रहा है, और इसके मद्देनजर कई जिलों को सम्पूर्ण lockdown भी किया गया है।
LOCKDOWN बना आफत
जिला प्रशासन के द्वारा लॉक डाउन तो किया गया है लेकिन यह लॉक डाउन कई परिवारों के लिए आफत बनकर सामने आयी है।
उच्च वर्ग के लोग जिनके पास खाने पीने की भरपूर चीजें हैं अर्थात उनके पास किसी भी चीज़ की कमी नहीं है उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ रहा है लेकिन जो रोज कमाने और खाने वाले परिवार हैं उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
CORONA से कम खाने को न मिलने से ज्यादा परेशान हैं लोग
अस्पतालों में जिनके घर के लोग भर्ती हैं उनके साथ गए देखरेख करने के लिए लोगों दो वक्त की रोटी नसीब नहीं हो रही है , ऐसे में वे कोरोना से कम बल्कि भूख से ज्यादा प्रताड़ित है ऐसे परिवारों को बीती रात को महेंद्र दुबे, दीपक रॉय और राजेश सिंह के द्वारा राजधानी रायपुर स्थित मेकाहारा अस्पताल, DKS अस्पताल और गोल बाजार में जाकर दाल, चावल और सब्जी का वितरण किया गया जो कि काफी सराहनीय है ।
जिला प्रशासन की नहीं है इस ओर कोई ध्यान
ऐसे में सबसे बड़ा यह उठता है कि एक ओर शासन और प्रशासन के द्वारा कोरोना को देखकर लॉक डाउन तो लगाया गया है लेकिन ऐसे परिवार जो रोज कमाते हैं और रोज खाते हैं इनके जनवीवन के बारे जरा सा भी ख्याल नहीं रखा गया है।
आपको बता दें इस बार की लॉक डाउन में फलों और सब्जियों के दुकानों को भी बंद कर दिया गया है।