प्रमोद मिश्रा
रायपुर. 30 अप्रैल 2021
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज कांकेर और महासमुंद में कोरोना सैंपलों की आरटीपीसीआर जांच के लिए वायरोलॉजी लैब का ऑनलाइन शुभारंभ किया। इन दोनों नए लैबों को मिलाकर अब प्रदेश के नौ शासकीय लैबों में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा हो गई है। इससे रोजाना आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ने के साथ ही लोगों को रिपोर्ट भी जल्दी मिलने लगेगी। सिंहदेव ने आज कांकेर में 236 बिस्तरों के नए डेडीकेटेड कोविड अस्पताल का भी शुभारंभ किया। लोकार्पण कार्यक्रम में महासमुंद से संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चन्द्राकर और कांकेर से शिशुपाल शोरी जिला प्रशासन एवं मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़े थे। वहीं रायपुर से स्वास्थ्य मंत्री के साथ विभागीय अपर मुख्य सचिव रेणु जी. पिल्लै, चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. आर.के. सिंह और गैर-संचारी रोगों के नोडल अधिकारी डॉ. कमलेश जैन लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। एम्स रायपुर के निदेशक डॉ. नितिन एम. नागरकर और डॉ. अनुदिता भार्गव भी कार्यक्रम में ऑनलाइन मौजूद थीं।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कांकेर और महासमुंद में नवनिर्मित वायरोलॉजी लैब का उदघाटन करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में मजबूती से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की शुरूआत के समय एक भी वायरोलॉजी लैब नहीं था। एम्स रायपुर के बाद प्रदेश के सभी छह शासकीय मेडिकल कॉलेजों रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर, राजनांदगांव, रायगढ़ और अंबिकापुर में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा विकसित की गई है। आज प्रदेश के दो नए मेडिकल कॉलेजों कांकेर और महासमुंद में भी वायरोलॉजी लैब की शुरूआत हो रही है। इन नई सुविधाओं से प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की पहचान और उन्हें समय पर उपचार उपलब्ध कराने में तेजी आएगी।
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने दोनों जिला मुख्यालयों में वायरोलॉजी लैब के लोकार्पण के दौरान मौजूद जनप्रतिनिधियों और मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों-कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरबा, कोरिया, जशपुर, जांजगीर, दुर्ग, दंतेवाड़ा और बलौदाबाजार में भी वायरोलॉजी लैब की स्थापना का काम प्रारंभ किया जा चुका है। इनके साथ ही शासन द्वारा बालोद और मुंगेली में भी वायरोलॉजी लैब खोलने की अनुमति दी गई है। इन सभी सुविधाओं के तैयार हो जाने के बाद प्रदेश में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा वाले शासकीय केंद्रों की संख्या 18 हो जाएगी। विभाग की कोशिश रहेगी कि ये सभी लैब जल्दी से जल्दी शुरू हो जाएं।
सिंहदेव ने प्रदेश में नए वायरोलॉजी लैबों की स्थापना में एम्स रायपुर की भूमिका को रेखांकित करते हुए निदेशक डॉ. नितिन एम. नागरकर को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि राज्य शासन और एम्स कोरोना नियंत्रण के साथ ही सुपेबेड़ा में किडनी रोगों से प्रभावितों के इलाज के लिए साथ-साथ काम कर रहे हैं। सिंहदेव ने कांकेर और महासमुंद में वायरोलॉजी लैब की स्थापना में सहयोग के लिए स्थानीय विधायकों शिशुपाल शोरी और विनोद सेवनलाल चन्द्राकर को भी धन्यवाद दिया।
कांकेर और महासमुंद के नए वायरोलॉजी लैब में दोनों जिलों के सैंपलों से जांच की शुरूआत की जाएगी। लैब की क्षमता बढ़ने के साथ आसपास के जिलों के सैंपलों की भी जांच की जाएगी। इन दोनों लैबों का संचालन वहां शुरू हो रहे नए शासकीय मेडिकल कॉलेजों के डीन के अधीन किया जा रहा है। लैब में सेवा देने वाले लैब प्रभारी, माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट, सीनियर सांइटिस्ट, जूनियर साइंटिस्ट, लैब तकनीशियन एवं लैब सहायकों को संबंधित मेडिकल कॉलेज के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया है।
वीडियो कॉन्फ्रेंस से दोनों लैबों के शुभारंभ के दौरान महासमुंद में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. पी.के. निगम, कलेक्टर डोमन सिंह और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. मंडपे उपस्थित थे। वहीं कांकेर में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. ए.आर. गर्ग, कलेक्टर चंदन कुमार और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एल. उइके मौजूद थे।