मुकेश सेन
पाटन 9 जून
पाटन- पाटन विधानसभा क्षेत्र को जोड़ने का काम तेजी से हो रहा है क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है वही बात किया जाये तरीघाट से रानीतराई मार्ग जो कि विधानसभा क्षेत्र का महत्वपूर्ण मार्ग है जहां राजधानी जाने वाले राहगीर इसी मार्ग का उपयोग करते हैं वही स्कूल, कालेज या तहसील मुख्यालय जाने वाले भी ज्यादातर मुसाफिरों का यही एक मात्र सड़क मार्ग है, जिसके चौड़ीकरण को लेकर क्षेत्र की जनता की प्रमुख मांग थी,और शासन प्रशासन ने स्वीकृति भी प्रदान किया परंतु ठेकेदार के मनमाने तरीके से काम करने के कारण लोगों को समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है, उक्त सड़क मार्ग क निर्माण शुरू तो हुआ है ,परंतु कछुए की चाल से निर्माण कार्य किया जाये रहा है, तरीघाट मे सड़क को आधा अधुरा ही बेस किया है, उसके बाद से काम को रोक दिया गया है, सामने बरसात का मौसम है लोगों को चलने मे दिक्कतें तो है वहीं सड़क किनारे वाले लोगों को घर तक पहुंचने के लिए कुद कर जाना पड़ता है।
कछुए की चाल से हो रहा निर्माण
तरीघाट से रानीतराई मार्ग क्षेत्र की जनता के लिए बहुप्रतीक्षित मांग थी,और शासन प्रशासन द्वारा स्वीकृति प्रदान भी कर दी गई लेकिन ठेकेदार के रैवैये के कारण काम कछुए से चाल से ही हो रहा।
तरीघाट मे आधा अधूरा बेस ,ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा
सड़क निर्माण का काम तो शुरू किया गया है परंतु गांव में अधुरा बेस करने के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पडं रहा है, बरसात के मौसम होने के साथ ही बचे हुए बेस पर पानी भर गया है, वहीं दोपहिया वाहनों, बड़े वाहनों को साइड लेने में दिक्कतें आती है।
सड़क किनारे बसे लोगों के लिए परेशानी का सबब
सड़क निर्माण के नाम पर चौड़ीकरण कर मुरम बिछा गया है वहीं कुछ जगहों पर गिट्टी डाला गया है बावजूद सड़क किनारे बसे लोगों को अपने घरो तक कूद कर जाना पड़ता है वहीं सामने बरसात का मौसम आने वाला जिस पर ठेकेदार द्वारा कोई दिलचस्पी नहीं दिखाया जा रहा
सामने बरसात का मौसम, राहगीरों के साथ ग्रामीणों को समस्याओं से दो चार होना पड़ सकता है
आने वाले दिनों में बरसात का मौसम शुरू होनेवाला वाला है साथ ही 10जुन तक मानसुनी बारिश शुरू हो ही जाता है बावजूद ठेकेदार को इस ओर ध्यान नहीं जा रहा, बल्कि पानी गिरने के साथ सड़क पर चलना मुश्किल तो होगा पंरतु तरीघाट,केसरा,बोरैदा ,कौही मे गड्ढों पर पानी भरेगा ही साथ ही निचले इलाकों इलाके के लोगों के घरो मे पानी भरने की संभावना रहती है