भूपेश टांडिया
रायपुर 13 जुलाई 2021
छत्तीसगढ़ में आज पूरी तरीके से बस का आवाजाही थम गया है यह हड़ताल बस ड्राइवरों या कंडक्टरों का नहीं बल्कि खुद बस के संचालक यह हड़ताल कर रहे हैं।
बस संचालकों के कहना है कि डीजल की दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई लेकिन बसों का किराया जस का तस बना हुआ है, आखिर क्यों ? यही उनका सबसे बड़ा मांग है कि बसों का किराया को बढ़ाया जाए ताकि उन्हें बस चलाने के लिए मुनाफा मिल सके , वे पिछले कुछ दिनों शासन को चेतावनी भी दिए थे और प्रदेश के सभी जिलों में
‘यातायात महासंघ’ के तत्वाधान में जिला कलेक्टरों को ज्ञापन सौंप कर अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत भी कराया गया था कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो प्रदेश भर की सारी बसें थम जाएंगी।
बसों की क़िस्त में हो रही है दिक्कत : बस संचालकों के यह भी कहना है कि बस चल तो रहा है लेकिन उन्हें किसी भी किसी भी प्रकार की कोई फायदा नही हो पा रहा है, जिसके चलते क़िस्त भी नहीं पटा पा रहे हैं, इससे पहले COVID काल आ गया था जिसके चलते कई महीनों तक बसों की आवाजाही बंद रही जिसके चलते आम जनता के साथ साथ बस संचालकों को भी परेशानी हुई।
चूंकि आज बस संचालक हड़ताल कर रहे हैं जिसका भी खामियाजा आज आम लोगों को ही भुगतना पड़ रहा है, वे राजधानी के बस स्टैंड में पहुंच गए हैं लोगों से पूछ रहे हैं कि बस कितना बजे जाएगा।
रायपुर एक बड़ा जंक्शन है यहां से सैकड़ों की संख्या में बसें अन्य प्रदेशों के साथ साथ सभी जिलों में जाती है, और अचानक इस तरह बसों
की आवाजाही बंद हो जाने से लोगों की समस्याएं और भी बढ़ जाएंगी।