भूपेश टांडिया
रायपुर 24 जुलाई 2021
पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने किसानों को हो रही खाद की कमी को लेकर पत्रकारों से बातचीत में कहा की अभी कृषि का सीजन चल रहा है छत्तीसगढ़ प्रदेश में 90% से ज्यादा आबादी किसानों के ऊपर निर्भर है और वर्तमान सरकार इन पर किसी भी तरह का कोई ध्यान नहीं दे रही है।
छत्तीसगढ़ बनने के बाद पिछले 20 सालों के बाद किसानों की ऐसी भयावह स्थिति पहली बार हुई है। की किसान खाद के लिए दर दर की ठोकरें कहा रहा है।
उन्होंने कहा कि किसानों को सहकारी सोसायटियों पर खाद उपलब्ध नहीं हो रही है। किसान निजी संस्थानों से खाद खरीदने के लिए मजबूर हैं जो किसानों को बीज मिल रहे हैं वो बीज भी नकली है।
पिछले लंबे समय से पानी नही गिर रहा है जिसके कारण किसानों के खेतों में दरारें पड़ रही है, उसके बावजूद बांधों से पानी नहीं छोड़ा जा रहा है।
समर्थन मूल्य को लेकर कसा प्रदेश सरकार पर तंज
हमारी सरकार 15 सालों तक थी लेकिन किसानों को समर्थन मिलने में कभी तकलीफ नहीं हुई। किसान धान बेंचकर अपना घर पहुंचता था तब तक उनका पैसा उनके खाते में पहुंच जाता था।
इस सरकार ने 2500 रुपये किसानों को समर्थन मूल्य देने का वायदा किया लेकिन 16-16 महीने तक किसानों के खाते में पैसा नहीं पहुंचा। औऱ समर्थन मूल्यों का पैसा भी नहीं पहुंचा पा रही है वर्तमान सरकार 4 किस्तों में दिया जा रहा है।
जिसके चलते किसान काफी ज्यादा परेशान हैं जिसके चलते बड़ी मात्रा में किसान पलायन करने को भी मजबूर हो रहे हैं।
किसानों के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन
किसानों को हो खाद की समस्या, बीज की समस्या और किसानों के पुराने भुगतान के मामले को लेकर 26 जुलाई को भारतीय जनता किसान मोर्चा के द्वारा सभी विधानसभा स्तर पर प्रदर्शन करने की तैयारी है।
और राज्यपाल के नाम पर ज्ञापन सौंपेगी।
26 जुलाई से शुरू हो रही विधानसभा की मानसून सत्र में किसानों के इस मुद्दे को लेकर बीजेपी के सभी विधायक प्रदेश सरकार को घेरने की भी तैयारी कर रहे हैं। और प्रदेश सरकार को मजबूर किया जाएगा कि किसानों को खाद उपलब्ध कराया जाए बीज उपलब्ध कराया जाए और उनके खेतों में पानी पहुंचाया जाए इसके साथ ही किसानों के बचे हुए पैसों को भी दिए जाने की भी मांग विधानसभा में बीजेपी उठाने वाली है।