गौरव सिंह/ भूपेश टांडिया
रायपुर 4 अगस्त 2021
वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि 307 हाथियों का 16 दल विचरण कर रही है जिससे मानव को वह हानि ना पहुंचाएं जिस को रोकने के लिए गांव में हाथियों के दल के लिए खुले स्थान पर ध्यान रखने का अनोखा प्रयोग किया जा रहा है।
वन मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि हाथियों से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है प्रदेश के सूरजपुर, धर्मजयगढ़, बालोद वन मंडल में अलग-अलग स्थानों पर खुले में ध्यान रखा गया था।
सभी 16 जगहों पर ध्यान रखा गया था लेकिन सूरज पूर्व वन मंडल के बंशीपुर में हाथियों ने 4 क्विंटल धान को खाया है इसी तरह टुकूडांड में 43 में से 4 क्विन्टल तथा बगड़ा पी 9 में हाथियों ने 6 क्विन्टल धान को खाया।
मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि 16 हाथियों का दल कुल 307 हाथी राज्य की अलग-अलग क्षेत्र में प्रमुख रूप से रेहन, तमोर, पिंगला, बादलखोल, अभ्यारण प्रतापपुर, रघुनाथपुर, तपकरा, कुनकुरी, मनोरा, दुलदुला, छाल, धरमजयगढ़, कापू , लैलूंगा , बोरा, बाकारुमा, कूदमुरा, करतला, पसांद, कटघोरा, रायगढ़, घरघोड़ा, तमनार, बालोद, मैनपुर, कोठारी में विचरण कर रहे हैं। अब तक 9 हाथियों की रेडियो कालरिंग की गई है।
मंत्री ने आगे कहा कि यह जो धान हाथियों के लिए रखा जा रहा है उसे खाद्य विभाग से लिया गया है जो कि कस्टम मिलिंग के बाद जो धान बचता है उसे लिया गया है।
हाथी मानव द्वंद को रोकने के लिए हाथियों के आगमन की पूर्व सूचना गांव में वायरलेस मोबाइल एवं माइक के मुनादी कर प्रसारित करना एवं ग्रामीणों को हाथियों के साथ साहचर्य बनाने के लिए समझाइश दी जा रही है इसके साथ ही हाथियों से प्रभावित हुए ग्रामीणों को समय-समय पर मुआवजा भी दिया जा रहा है।
वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि यह केवल एक प्रयोग है ताकि गांव-गांव में पहुंचकर हाथी जिस तरीके से आतंक फैलाते हैं उससे ग्रामीणों को निजाद मिल सके और वे इस धान को खा कर पुनः जंगल मे ही वापस लौट जाए।