प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 12 अगस्त 2021
छत्तीसगढ़ में स्कूली बच्चे लगातार बड़ी संख्या में तंबाकू का सेवन कर रहे है । ग्लोबल युथ टोबेको सर्वे 2019 के चौथे राउंड की रिपोर्ट में कहा गया है कि युवाओं द्वारा टोबेको उपयोग करने के मामले में छत्तीसगढ़ पूरे देश में 12वें स्थान पर है। तंबाकू धीरे-धीरे बच्चों से उनका बचपन छीन रहा है। ये हवा में कही गई बातें नहीं हैं, बल्कि ग्लोबल यूथ टोबेको सर्वे भारत 2019 के चौथे राउंड की रिपोर्ट कहती है। जिसने सबको चौंका दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में क्या खुलासे हुए हैं, सिलसिलेवार समझे –
रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ कि पिछले दशक में 13 से 15 साल के स्कूली बच्चों द्वारा तंबाकू का सेवन करने के मामले में 42 प्रतिशत तक की कमी देखी गई है।सर्वे के पहले तीन राउंड 2003, 2006 और 2009 में यह बात निकलकर आई थी।
जानकारी के मुताबिक इस सर्वे में 987 स्कूलों के 97,302 बच्चों को शामिल किया गया था। जिसमें बालिकाओं के मुकाबले बालकों में तंबाखू का सेवन करने वालों की संख्या अधिक रही ।
लड़कों में तंबाकू के सेवन का प्रसार 9.6% और लड़कियों में 7.4% पाया गया है। धूम्रपान तम्बाकू का सेवन करने वाले 7.3% हैं, जबकि छात्रों के बीच ई-सिगरेट का उपयोग 2.8% होता है।
तंबाकू की शुरुआत की उम्र 38% सिगरेट के साथ, 47% बीड़ी धूम्रपान के साथ और 52% धूम्रपान रहित तंबाकू का उपयोग करने के साथ हुई। इन्होंने अपने 10वें जन्मदिन से पहले ही किसी ना किसी रुप में तंबाकू का स्वाद चख लिया था ।