भूपेश टांडिया
रायपुर 19 अगस्त 2021
रायपुर – कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। यहाँ पर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने, अनुसंधान को प्रोत्साहित करने और विद्यार्थियों के समग्र विकास लिए लगातार कार्य किया जाता रहा है।
इसी तारतम्य में कलिंगा महाविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग के द्वारा हाल ही में मारमा और उनाक घटकों में सुधार के लिए प्रशिक्षण के वैज्ञानिक दृष्टिकोण विषय पर ऑनलाईन
संगोष्ठी का आयोजन संपन्न हुआ।
उक्त संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में अलगामा विश्वविद्यालय के शारीरीरिक शिक्षा विभाग के सह प्राधापक डॉ. मनि जागु उपस्थित थे। उन्होंने कलिंगा विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ चेमिनार में उपस्थित
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छे सयाना के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना मामाक है।
नियमित रूप से व्यायाम करने से मोटापा, मधुमेह और उत्ता रक्ताचाप जैसी बीमारियों का जोखिम कम रहता है।
व्यायाम लास्थ शरीर के वजन को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
उक्त संगोष्ठी में उपस्थित फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय सचिव डॉ.पीयूष जैन ने आधुनिक
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व शरीर के लिए शारीरिक शिक्षा की अनिवार्यता पर बल दिया। उनोंने कहा कि अनुभवी
विशेषज्ञों के प्रशिक्षण से सास्थ्य और सुटीर्घ जीवन प्रापा किया जा सकता है।
राष्ट्रीय संगोष्ठी में कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर. मीधर ने बोहतर स्वास्थ के लिए व्यायाम और खेल के वैज्ञानिक दृष्टिकोण का महत्ता बतलाया। उन्होंने शारीरिक शिक्षा विभाग के द्वारा आयोजित इस चैमिनार को प्राप्त शिक्षा एवं जानकारी को आबस्त लाभप्रद यालाया।
उक्त संगोष्मी में भारतवर्ष के विभिन्न हिस्सों में 100 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। मुच्छा वक्ता के उद्बोधन के पक्षात गंगोती में उपस्थित विद्यार्थियों ने भी विषय विशेषज्ञ विद्वान से संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत अपने प्रश्नों को पृष्ठा और अपनी जिज्ञासा को शांत किया।
उक्त आयोजन में कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर.श्रीधर ,महानिर्देशक डॉ. मैजू जॉन, कुलसपिच स्त्री संदीप गांधी, छात्र कलान प्रकोष्ठ की अमिताता डॉ.आशा अभईकर, शारीरिक शिक्षा विभाग के अधम डा. राकेश भारती,संजीव यादव और सुनी रानी साहू के साथ विभिन्न विभागों के प्राप्मापक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।