कांग्रेस के मंत्रियों के बाद BJP प्रदेश अध्यक्ष का बयान, विष्णुदेव साय बोले : “कबीरधाम पर शासन के मंत्रियों का बयान घोर निंदनीय और आपत्तिजनक”

Exclusive Latest छत्तीसगढ़ राजनीति रायपुर

प्रमोद मिश्रा

रायपुर, 09 अक्टूबर 2021

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कवर्धा मामले पर कांग्रेस सरकार के बयान को घोर आपत्तिजनक कहा है. साय ने कहा कि इन बयानों से ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने मुस्लिम तुष्टिकरण का पुराना धंधा फिर से शुरू कर दिया है. साथ ही वह जांच आदि से पहले ही तयशुदा नतीजे पर पहुँच गयी है. उन्होंने कहा कि इसके बाद प्रदेश की पुलिस द्वारा कोई भी जांच महज़ खानापूर्ति होगी. साय ने कहा कि इससे पहले भी पुलिस आईजी द्वारा साफ़-साफ़ दुराग्रहपूर्ण ढंग से भाजपा के खिलाफ बयान दिलवा कर मुख्यमंत्री अपनी ग़लत मंशा का परिचय दे चुके हैं ।

 

 

 

प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा कि सच तो यह है कि सत्ता में आने के बाद से मुख्यमंत्री बघेल अपने निहित स्वार्थों के कारण लगातार मिशनरियों और मज़हबी तत्वों के हाथ में खेल रहे हैं. धर्मांतरण समेत तमाम हिन्दू विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देकर कांग्रेस ने प्रदेश को बारूद के ढेर पर बिठा दिया है. उन्होंने कहा कि ऐसी हरकतों से समाज में भयानक आक्रोश है और भाजपा हमेशा की तरह समाज के साथ है. साय ने सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि मोहम्मद अकबर के मंत्री बनने का बाद से ही कवर्धा में स्थिति विस्फोटक हुई है जिसे मुख्यमंत्री बघेल बढ़ावा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि बघेल के सत्ता सम्हालते ही हालात यह हो गए कि एक तरफ शासन के मंत्री ही सरगुजा संभाग में रोहिंग्याओं को बसाये जाने की शिकायत कर रहे लेकिन उनकी भी सुनवाई नहीं हो रही उधर बस्तर में सुकमा के एसपी को बकायदे पत्र जारी कर अपने महकमे और शासन को कहना पडा कि धर्मान्तरण के कारण स्थिति अनियंत्रित हो रही है और अब कबीरधाम का यह हाल जहां 37 वर्षों बाद कर्फ्यू लगाने की नौबत आयी. उन्होंने कहा कि इस तरह हिन्दू समाज के साथ घात होता रहेगा तो भाजपा बिलकुल चैन से नहीं बैठेगी, वह सनातन समाज के साथ है और उस पर पार्टी को गर्व है.

पढ़ें   Chhattisgarh: राहुल गांधी के समर्थन में CM भूपेश बघेल का मौन व्रत, सभी नेताओ ने काला मास्क लगा कर किया सत्याग्रह

साय ने सवाल किया कि अगर मंत्री रविन्द्र चौबे प्रशासन की चूक मानते हैं तो अभी तक जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ क्या कारवाई की? अगर ऐसे संवेदनशील समय पर चूक हो रही हो, वैसे में प्रदेश की चिंता छोड़ अन्य प्रदेश में माहौल बिगाड़ने जाने वाले मुख्यमंत्री को पद पर रहने का ज़रा भी नैतिक हक़ है क्या? श्री साय ने कहा कि कितनी पीड़ा की बात है कि छत्तीसगढ़ियों को अपने ही प्रदेश के शहर जाने से रोका गया और यह भी दलील दी जा रही है कि प्रदेश के अन्य जिले से आये लोगों ने दंगा किया. उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां मुख्यमंत्री बघेल ऐसे संवेदनशील मौके पर भी प्रदेश को अपने हाल पर छोड़ माहौल बिगाड़ने अन्य प्रदेश में जा रहे हों, वहां अपने ही प्रदेश के जिलों में जाना माहौल बिगाड़ना होगा, इस विरोधाभास की जितनी निंदा की जाय वह कम है. उन्होंने सवाल किया कि क्या अब अपने ही प्रदेश के किसी जिले में जाने के लिए हमें वीजा की ज़रुरत होगी?

 

साय ने शासन को साफ़ शब्दों में चुनौती दी है कि वह हिन्दू विरोधी हरकतों से बाज़ आये. छत्तीसगढ़ की धर्मप्रिय जनता दस जनपथ की चाटुकारिता के कारण किये जा रहे कांग्रेसी तुष्टिकरण की किसी भी ऐसी गतिविधि को ज़रा भी सहन करने को तैयार नहीं है. मुख्यमंत्री अपनी हरकतों से ने केवल अशान्ति फैला रहे बल्कि शान्ति के टापू रहे प्रदेश को भी देश भर में बदनाम भी कर रहे हैं. इसकी जितनी भी भर्त्सना की जाय, वह कम है. साय ने निर्दोष लोगों पर लगाए एकतरफा मुक़दमे को तुरंत ख़त्म करने की मांग का है वरना भाजपा बड़े से बड़ा आन्दोलन करने में पीछे नहीं हटेगी.
——————-

Share