भूपेश टांडिया
रायपुर 12 अक्टूबर 2021
प्रदेश में खंड के कारण शुरुआत में धान की फसल लेने वाले किसान परेशान हो गए। वे सूखे की हालत से किसी तरह बाहर निकले तो अब खेतों में कीट प्रकोप बढ़ जाने के कारण उनकी चिंता बढ़ गई है। रायपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में इन दिनों भूरा माहू कीट से किसान परेशान हैं। वे सुबह से शाम तक खेतों में दवाई का छिड़काव कर रहे हैं।
आरंग अंचल के किसान परसनाथ साहू ने बताया कि पहले बुआई करने के लिए किसानों के धान की फसल तैयार है। ऐसे में भूरा माहू कीट प्रकोप के कारण फसल को अत्यधिक नुकसान हो रहा है, क्योंकि कई खेतों में कई जगह पानी, मिट्टी गीली होने के कारण धान की कटाई भी नहीं कर पा रही है। ऐसे में किसान को पहले सूखे की मार झेलना पड़ी, अब कीट प्रकोप के कारण दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
उमस और नमी के कारण कीट प्रकोप
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. जीके दास ने बताया कि धान की फसल में कीट प्रकोप बढ़ गया है। इसका कारण मौसम में उमस और नमी है। ऐसे में किसानों को दवा का छिड़काव सही समय में करने की जरूरत है। वहीं जिन किसानों की फसल तैयार है, वे जल्द ही कटाई का कार्य करें। 16 से 19 अक्टूबर को प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है। ऐसे में इस समय कटाई करने पर अधिक नुकसान उठना पड़ सकता है, क्योंकि धान की कटाई होने के कारण खेतों में रखने पर ज्यादा नुकसान होता है, खड़ी फसल को कम।