प्रमोद मिश्रा
बलौदाबाजार/रायपुर, 07 नवंबर 2021
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के ग्राम पंचायत खैंदा में एक जिस्म दो जान वाले बच्चों की मौत की गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं पाई है । दरसअल, कुछ दिनों पहले ही सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो वायरल हुआ, जिसमें शिवनाथ और शिवराम यह कहते दिखाई दे रहे हैं कि उनके पिता उनको प्रताड़ित करते हैं और जब वह लवन पुलिस के पास जाते हैं तो पुलिस भी उनके पिता पर कोई कार्रवाई नहीं करती है ।
इस वीडियो में लगाए गए गंभीर आरोप के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आई है और जिले के पुलिस कप्तान आई के एलेसेला ने इस पर एडिशनल एसपी के अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया है , जो इस पूरे मामले की जांच करेगी । आपको बताते चले कि, जब 31 अक्टूबर को सुबह शिवराम और शिवनाथ का शव मिला था, तो पहले इसे कुछ लोगों ने आत्महत्या करार दिया उसके बाद इस मौत को सामान्य मौत करार दिया गया ।
ताज्जुब की बात यह रही कि बिना पोस्टमार्टम के ही शिवराम और शिवनाथ का अंतिम संस्कार कर दिया गया । ऐसे में सवाल उठना भी लाजमी है कि क्या इतने प्रसिद्ध व्यक्ति के मौत के बाद उनका पोस्टमार्टम किए बिना ही अंतिम संस्कार कर देना उचित था? इस पर जिले के पुलिस कप्तान आई के एलेसेला ने कहा है कि चूंकि किसी भी जनप्रतिनिधि ने कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई और मौत भी सामान्य थी, इस कारण उनका अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम हो गया ।
अब देखने वाली बात यह होगी कि, जब पुलिस इस पूरे मामले की जांच करती है, तो क्या कुछ निकल कर सामने आता है ।
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