भूपेश टांडिया
मीडिया24 न्यूज़ डेस्क
स्वास्थ्य को लेकर खुद को सचेत तो रहना ही पड़ता है इसके साथ ही जब आपकी ताबियत खराब हो जाती है और अस्पताल में भर्ती होते हैं उसकी पूरी जिम्मेदारी डॉक्टर की हो जाती है।
डॉक्टरों को बड़ी जिम्मेदारी मिलने बाद वे आखिर इस तरह का हरकत कैसे कर सकते हैं ? लेकिन स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने का एक ऐसा ही मामला सामने आया है।
ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के एक अस्पताल में कथित तौर पर गलत ग्रुप का खून (ब्लड) चढ़ाने से एक 25 वर्षीय महिला की मौत हो गई है। जिसके बाद परिजनों ने हंगामा किया।इंडिया टूडे के मुताबिक, कुटरा प्रखंड के बुडाकटा गांव की रहने वाली सरोजिनी काकू को गुरुवार की दोपहर राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) में भर्ती कराया गया था। एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि मरीज सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित थी और उसे रक्त (खून) चढ़ाया गया। परिजनों का आरोप है कि महिला को गलत ग्रुप का खून चढ़ाया गया जिस वजह से उसकी मौत हो गई। महिला के एक रिश्तेदार ने पत्रकारो से बातचीत के दौरान कहा कि महिला का ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव है, लेकिन उसे बी पॉजिटिव ब्लड चढ़ाया दिया गया। जिस कारण उसकी मौत हो गई।
आरजीएच अस्पताल की और मामले की जांच के लिए एक जांच कमेटी गठित की है और परिवार को आश्वासन दिया है कि अगर कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं आरजीएच के अधीक्षक जगदीशचंद्र बेहरा ने लापरवाही की किसी भी संभावना से इनकार किया है। जगदीशचंद्र बेहरा का कहना है कि ब्लड केवल क्रॉस-मैचिंग के बाद ही दिया जाता है। ब्लड चढ़ाने से पहले जांच की जाती है कि क्या ब्लड अनुकूल है या नहीं। अगर यह गलत ब्लड ग्रुप का मामला होता तो 10-15 मिनट के भीतर मरीज की मौत हो जाती। वहीं कुतरा पुलिस थाने के निरीक्षक बीके बिहारी ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और शव को आगे की जांच के लिए सुरक्षित रख लिया गया है।