प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 13 नवंबर 2021
केंद्र सरकार के पेट्रोल और डीजल में केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कटौती करने बाद बहुत से राज्यों ने भी पेट्रोल और डीजल पर राज्य सरकार द्वारा लगने वाले वैट को कम किया है । हालांकि, कई राज्य ऐसे भी हैं जिन्होंने अभी तक वैट में कोई कटौती नहीं की हैं । जिन राज्यों ने वैट में कोई कटौती नहीं कि हैं उनमें छत्तीसगढ़ भी शामिल हैं । छत्तीसगढ़ के लोगों की निगाहें इस ओर हैं कि आखिर छत्तीसगढ़ में वैट कब कम किया जाएगा । पिछले दिनों सीएम भूपेश बघेल और मंत्री टी एस सिंहदेव का बयान भी इस विषय में आया हैं । हालांकि, दोनों के बयान में इस बात को लेकर विरोधाभास दिखा । एक तरफ सीएम ने इशारा करते कहा कि सरकार अभी वैट घटाने के मूड में नहीं हैं लेकिन वहीं दूसरी और मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा कि सरकार वैट में कटौती कर सकती है ।
आपको बता दे कि इस साल जुलाई के बाद पहली बार, 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में गुरुवार से पेट्रोल (Petrol) 100 रुपये से नीचे पर बिक रहा है । लगभग पूरे देश में जुलाई के दूसरे सप्ताह के शुरुआत में ही पेट्रोल 100 रुपए तक पहुंच गया था ।
अब तक बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की सरकार वाले 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पेट्रोल के दाम को 100 रुपए के नीचे लाया गया है । इसमें कर्नाटक, बिहार और मध्य प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख शामिल नहीं हैं । यहां केंद्र और राज्य द्वारा टैक्स में कटौती के बावजूद पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से ज़्यादा है ।
दीवाली पर पेट्रोल की कीमतों में 5 और डीजल पर 10 रुपए की कटौती करने के केंद्र के फैसले ने महंगाई से जूझ रहे लोगों को काफी राहत दी है । पेट्रोल और डीजल के दामों में समान कटौती की घोषणा के साथ राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं । देश के 16 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों ने वैट में कटौती करने का फैसला किया है, वहीं 12 राज्य और 1 केंद्र शासित प्रदेश यह कटौती करने के लिए तैयार नहीं हैं, क्योंकि ऐसा करने से इन्हें आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचा सकता है ।
जिन 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने पेट्रोल और डीजल में वैट में कोई कमी नहीं की है, वे हैं: शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस शासित महाराष्ट्र, आप शासित दिल्ली, टीएमसी शासित पश्चिम बंगाल, डीएमके शासित तमिलनाडु, टीआरएस शासित तेलंगाना, YSRCP शासित आंध्र प्रदेश, केरल, एनपीपी सत्तारुढ़ मेघालय, झामुमो शासित झारखंड, कांग्रेस शासन वाली छत्तीसगढ़, पंजाब, राजस्थान और अंडमान और निकोबार ।
ओडिशा और पंजाब ऐसे राज्य है जहां विपक्ष की सरकार है और जहां पेट्रोल और डीजल दोनों पर वैट में 3 रुपये प्रति लीटर की कमी की घोषणा की गई है ।
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, हरियाणा, असम, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और पुडुचेरी में पेट्रोल 100 रुपए से कम कीमत पर बेचा जा रहा है ।
पेट्रोल की कीमतों में सबसे ज़्यादा कटौती केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में हुई है । यहां पेट्रोल की कीमत में 13.43 रुपए की कमी आई है । लेकिन तब भी पेट्रोल 102.99 रुपए पर बिक रहा है ।
राज्यों में सबसे ज़्यादा कटौती कर्नाटक, पुडुचेरी और मिजोरम में हुई है, जहां प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत में 12.62 रुपये से 13.35 रुपये की कमी आई है ।
इसी तरह लद्दाख में 19.61 रुपये पर डीजल में सबसे ज्यादा कटौती की गई है राज्यों में डीजल की कीमत में सबसे ज़्यादा कटौती कर्नाटक में हुई जहां डी़जल की कीमत पर 19.49 रुपये घटाए गए हैं. इसके बाद हैं पुडुचेरी और मिजोरम ।
छत्तीसगढ़ में फैसला कब?
छत्तीसगढ़ में 22 नवंबर को भूपेश कैबिनेट की बैठक है, ऐसे में कयास लगाया जा रहा हैं कि इस बैठक में वैट कटौती पर बात बन जाएगी । आपको बताते चले कि लगभग 2 महीने के बाद कैबिनेट की बैठक होने वाली है । इस बैठक में वैट में कटौती को लेकर चर्चा होनी है । छत्तीसगढ़ में पेट्रोल अभी 101 रुपये प्रति लीटर के आसपास बिक रहा है ।