झीरम पर ‘विवाद’ : झीरम कांड को लेकर मंत्री ताम्रध्वज और मंत्री रविन्द्र चौबे की प्रेसवार्ता, मंत्री रविन्द्र चौबे बोले : “इस कांड की सच्चाई जनता के सामने आनी चाहिए, हम यहीं चाहते हैं”

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प्रमोद मिश्रा

रायपुर, 13 नवंबर 2021

झीरम घाटी कांड को लेकर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि 28 मई को जस्टिस प्रशांत मिश्रा की अगुवाई में जांच कमेटी बनी और 3 महीने में रिपोर्ट देने कहा गया, लेकिन तय सीमा में जांच नहीं हो पाई और लगातार तारीख पर तारीख बढ़ाता गया और इस बार 20 बार तारीख बढ़ाया गया ।

 

 

 

गृहमंत्री ने कहा कि 23 सितम्बर 2021 को राज्य सरकार को पत्र लिखकर मांग की गई कि फिर से तारीख बढ़ाया जाए । 6 नवंबर 2021 को आयोग ने अपनी रिपोर्ट राज्यपाल को दे दी । आयोग ने नियम के विपरीत रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपी हैं,जबकि रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपना था । गृहमंत्री ने कहा कि बीजेपी नेता कांग्रेस नेताओं को कहते हैं कि वो डर रहें है, लेकिन हम डरेंगे क्यों, क्योंकि हमने तो अपने बड़े नेता इस कांड में खोया है ।

इस मामले पर मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि झीरम घाटी कांड की रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपने के बाद बीजेपी को लगता हैं कि बड़ा मामला हाथ लग गया है । रविन्द्र चौबे ने कहा कि डी पुरंदेश्वरी और डॉ रमन सिंह कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगा रहें हैं कि हम कुछ छुपाना चाहते हैं लेकिन हम तो चाहते हैं कि इस षणयंत्र के पीछे किसका हाथ हैं, वह सामने आना चाहिए । रविन्द्र चौबे ने कहा कि गरियाबंद की घटना के बाद हमने नन्दकुमार पटेल की सुरक्षा क्यों नहीं बढाई गई । रविन्द्र चौबे ने डॉ रमन सिंह पर आरोप लगाते कहा कि पूरी भाजपा जनता पार्टी इस मामले से दूर नहीं हो सकती हैं । रविन्द्र चौबे ने डॉ रमन सिंह से सवाल किया कि आखिर रमन सिंह इतने क्यो डर रहे हैं । साथ ही रविन्द्र चौबे ने कहा कि 2 सदस्य बढ़ाकर हमने जांच बढ़ाया हैं तो आखिर बीजेपी को इससे दिक्कत क्या है । रविन्द्र चौबे ने कहा कि 6 नवंबर को झीरम की रिपोर्ट आयोग ने राज्यपाल को सौंपा । रविन्द्र चौबे ने कहा कि 23 सितम्बर को जांच अधूरी कहने वाली आयोग ने कैसे 1महीने में रिपोर्ट पूरी कर ली है ।
इस पूरे मामले पर बीजेपी राजनिती क्यों कर रहीं हैं । राजभवन को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाना चाहिए । राजभवन से राज्य सरकार के पास रिपोर्ट नहीं आना था,सीधे रिपोर्ट राज्य सरकार के पास आना था ।
हमारी जांच आयोग में बीजेपी को आपत्ति क्यो?

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रविन्द्र चौबे ने कहा कि केंद्र सरकार की NIA जांच क्यों नहीं कर रहे हैं । रविंद चौबे ने कहा कि केंद्र सरकार , जांच को रोकने का प्रयास कर रहीं है । हत्याओं के पहला कलंक डॉ रमन सिंह पर लगा है । उद्देश्य हमारा यहीं हैं कि जांच सही हो इसलिए हमने आयोग बनाया हैं ।

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