भूपेश टांडिया
रायपुर 6 जनवरी 2022
आईपीएल की सट्टा मे लेन -देन का विवाद काफी पुराना था जिसमें रोहित मखीजा पिता मोहन लाल मखीजा की सितंबर 2021 को हत्या करने का मामला सामने आया था। जिसमें परिजनों के द्वारा गुढ़ियारी थाने में शिकायत भी की गई थी लेकिन अब तक इस मामले में कोई भी कार्यवाही नहीं हो पाई है।
रोहित मखीजा के परिजन ममता परसवानी ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि यह घटना 25 सितंबर की है जोकि आईपीएल के सट्टा योगेश भक्तानि, राहुल जैसवानी, उमेश आहूजा, राहुल नागवानी और अमन रवलानी के साथ लेनदेन मामला था जिसके बाद रोहित मखीजा की छत से गिरने से उनकी मौत हो गई। अब यह शंका का विषय है कि आरोपियों के द्वारा उन्हें धकेल दिया गया या फिर वह खुद आत्महत्या कर लिया लेकिन उनके परिजनों ने तो यह आरोप लगाया है कि रोहित मखीजा ने खुदकुशी नहीं की बल्कि उन्हें छत से धकेल दिया गया जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई।
पुलिस थाने में मिली रोहित मखीजा की लाश
परिजनों ने यह भी कहा है कि उनकी जो शव है वह पुलिस थाने में मिली और उनका पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पुलिस कर्मियों के द्वारा नहीं दिया जा रहा है उन्होंने सीधा सीधा यह कहा की इस मामले में अभी जांच बाकी है और जब तक जांच की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो जाती तब तक एफ आई आर भी नहीं की जाएगी।
परिजनों का सीधा – सीधा आरोप है की पीड़ित परिवार से पुलिस प्रशासन अभद्र व्यवहार कर रही है और गाली गलौज तक करते हुए परिजनों को धमकाया भी गया की आखिर जो भी कार्यवाही होगी हम करेंगे चाहे आप किसी से भी शिकायत कर लीजिए।
आखिर पुलिस प्रशासन पर एक बार फिर से बड़ा सवाल खड़ा होता है कि साधारण से गाली गलौज और मारपीट की घटना पर सक्रिय होने वाली पुलिस प्रशासन हत्या जैसे गंभीर मामलों में हाथ पर हाथ धरे हुए मौन बैठी हुई है तथा कार्यवाही के संबंध में जानकारी मांगने पर उल्टा पीड़ित पक्ष को ही धमकाने में लगी हुई है।
फिलहाल घटना के बाद बाद से सभी पांचों आरोपी फरार बताया जा रहा है।