प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 16 फरवरी 2022
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू किए गए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की लोकप्रियता दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। पालकों और जनप्रतिनिधियों की लगातार मांग अबतक 171 अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्रारंभ किए जा चुके हैं। ये स्कूल जिला मुख्यालयों के अलावा विकासखण्ड स्तर पर प्रारंभ किए गए हैं। वर्तमान में इन विद्यालयों में 74,000 अंग्रेजी माध्यम तथा 60,000 हिन्दी माध्यम के विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इन विद्यालयों में दोनों ही माध्यम के विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा दी जा रही है।
हिन्दी माध्यम के छात्रों, पालकों और जनप्रतिनिधियों से आ रही लगातार मांग को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की तर्ज पर ही प्रत्येक जिले में कम से कम एक स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय खोला जाये जहां केवल हिन्दी माध्यम के ही विद्यार्थियों के लिए सर्वसुविधायुक्त शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था होगी। शैक्षणिक सत्र 2022-23 में 32 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय प्रारंभ किए जाने की योजना है।
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय योजना के तहत जिन हिन्दी माध्यम के स्कूलों को अपग्रेड किया गया, उनमें अध्ययनरत हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों के लिए भी उत्कृष्ट शिक्षा की व्यवस्था की गई है। रायपुर जिले के अरुन्धति देवी शास. उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय आरंग में हिन्दी माध्यम के 439 बच्चे अध्ययनरत हैं। इसी प्रकार रायगढ़ जिले के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय घरघोड़ा में 558 हिन्दी माध्यम के विद्यार्थी अध्ययनरत है तथा सूरजपुर जिले के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय भैयाथान में 428 हिन्दी माध्यम के विद्यार्थी अध्ययनरत है। जिन स्कूलों को हिन्दी माध्यम से अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में अपग्रेड किया गया है, वहां के विद्यालयों में आवश्यकतानुरूप हिन्दी एवं अंग्रेजी दोनांे माध्यमों हेतु शिक्षकों के पद स्वीकृत किये गये हैं। यदि किसी स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों की संख्या काफी ज्यादा है एवं उसके अनुरूप जिला प्रशासन को अतिरिक्त शिक्षकों की व्यवस्था के लिए भी पहल की जा रही है।
गौरतलब है कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में गरीब तबकों के प्रतिभावान बच्चों के लिए निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की गई है। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए न केवल स्कूलों में उत्कृष्ट लैब, लाईब्रेरी अच्छे फर्नीचर, खेल सुविधाओं सहित विभिन्न इंतजाम किए गए हैं, बल्कि यहां अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई के लिए उत्कृष्ट शिक्षकों की व्यवस्था की गई है। योजना में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में 52 अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्रारंभ किए गए, जहां अंग्रेजी और हिन्दी दोनों माध्यमों के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था की गई। इसे देखते हुए पूरे प्रदेश में पालकों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा और अधिक संख्या में विद्यालय प्रारंभ किये जाने की मांग को देखते हुए सत्र 2021-22 में प्रत्येक विकासखण्ड में एक-एक उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय प्रारंभ किए गए।