नेशनल डेस्क
जोधपुर, 05 अप्रैल 2022
राजस्थान में बिजली कंपनी द्वारा दिए गए आदेश के बाद बवाल मच गया है । दरअसल, राजस्थान में बिजली कंपनियों ने आदेश नारी कर कहा है कि रमजान के महीने में मुस्लिम बहुल इलाके में बिजली नहीं काटी जाएगी । आदेश में कहा गया है कि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में रमजान के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति की जाए. इसको लेकर हाल ही में मंत्री जाहिदा खान ने अशोक गहलोत सरकार के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी को लिखा पत्र था. उसके बाद ऊर्जा मंत्री भाटी के निर्देश पर तीनों बिजली वितरण कंपनियों ने इसके आदेश जारी कर दिये हैं. इस मामले को लेकर प्रदेश में राजनीति गरमाने लगी है. रमजान के महीने में बिजली कटौती ना करने से जुड़े ये आदेश सोशल मीडिया पर जमकर वायरल भी हो रहे हैं ।
दरअसल राजस्थान की बिजली कंपनियों में शामिल जोधपुर और जयपुर डिस्कॉम की ओर से 1 आदेश जारी किया गया है कि रमजान के महीने में बिजली की निर्बाध सप्लाई दी जाए. रमजान के महीने में किसी प्रकार की बिजली कटौती नहीं की जाएये. ये आदेश जारी होते ही राजस्थान में सियासी पारा गरमा गया. बीजेपी ने इन आदेशों का विरोध करना शुरू कर दिया है. वहीं सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई ।
बीजेपी बोली तुष्टिकरण की राजनीति से जुड़ा है ये आदेश
बीजेपी नेताओं ने इसे राजस्थान की कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति से जुड़ा आदेश करार दिया है. वहीं जोधपुर विद्युत वितरण निगम के एमडी की मानें तो यह सामान्य आदेश है. इसमें संशोधन कर दिया गया है. राजस्थान के ऊर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने बीजेपी के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा है कि सभी त्योहारों पर निर्बाध बिजली की आपूर्ति करना बिजली विभाग का कार्य होता है ।