प्रमोद मिश्रा
नया रायपुर, 11 मई 2022
कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। नवाचार एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के द्वारा बी प्लस की मान्यता प्रदान की गयी है। यह छत्तीसगढ़ में एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जो एनआईआरएफ रैंकिंग 2021 में उत्कृष्ट 151-200 विश्वविद्यालयों में सम्मिलित है। यहाँ पर वैश्विक मापदंड के अनुरूप विद्यार्थियों में नवोन्मेष को विकसित करने के लिए उच्च गुणवत्तापूर्ण, बहु-विषयक अनुसंधान केंद्रित शिक्षा एवं कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाता है। जिससे उनमें एक जिम्मेदार नागरिक बनने की भावना के साथ नेतृत्वशक्ति का विकास हो सके।
विद्यार्थियों के लिए बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बेहतर विकल्प और भविष्य में रोजगार की संभावनाओं के संबंध में जानकारी देने हेतु कलिंगा विश्वविद्यालय के द्वारा 14 मई 2022 ‘‘कैरियर प्रोग्राम्स इन बायोटेक्नोलॉजी‘‘ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। उक्त संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रुप में कलिंगा विश्वविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग की सह प्राध्यापक और विभागाध्यक्ष डॉ. सुषमा दुबे उपस्थित रहेंगी। जैव प्रौद्योगिकी विषय के अध्यापन एवं मार्गदर्शन के क्षेत्र में डॉ. सुषमा दुबे को महारत हासिल है। उनके निर्देशन में विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के द्वारा विभिन्न सफल कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। डॉ. दुबे बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में रोजगार संबंधित विषय पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों में कैरियर काऊंसिलिंग के दायित्व को बखूबी निभाती रही हैं।
कलिंगा विश्वविद्यालय के निर्देशक (एडमिशन) श्री अभिषेक शर्मा ने बताया कि वर्तमान परिदृश्य में विद्यार्थियों के बीच जैव प्रोद्यौगिकी (बायोटेक्नोलॉजी) का पाठ्यक्रम बहुत लोकप्रिय है। इस विषय पर सही मार्गदर्शन प्राप्त करके बेहतर अवसरों और रोजगार की संभावनाएं सबसे ज्यादा है। निश्चित रुप से इस सेमिनार में विद्यार्थियों को उचित मार्गदर्शन मिलेगा। उन्होंने बायोटेक्नोलॉजी विषय में रुचि रखने वाले समस्त विद्यार्थियों से इस संगोष्ठी में सम्मिलित होने की अपील की है।