दीपक यादव
महासमुंद, 29 मई 2022
माहवारी स्वच्छता एवं प्रबंधन दिवस के अवसर पर स्वैच्छिक संगठन निदान द्वारा छत्तीसगढ़ वि द पीपल तथा पीरामल फाउंडेशन के संयुक्त सहभागिता के साथ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । उपरोक्त कार्यक्रम में ग्राम लभरा, शेर के युवती मंडल, स्व सहायता समूह की महिलाए, किशोरी बालिकाएं उपस्थित थी, महासमुंद चाइल्ड लाइन जिला समन्वयक राजेश्वरी साव द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया की महिलाओ में एक उम्र पश्चात हुए शारीरिक बदलाव के प्रति संवेदनशीलता के साथ समझ तैयार करने की आवश्यकता है । किशोरी बालिकाओं को उपरोक्त बदलाव के प्रति सहज भाव से जानकारी देने की आवश्यकता है, शारीरिक बदलाव के दौरान किशोरियों में असहजता महसूस होना स्वाभाविक है, जागरूक परिजन की जिम्मेदारी है की उपरोक्त समय में सुरक्षा के मूल सुरक्षात्मक मानक की जानकारी दे तथा मासिक धर्म के दौरान उपयोग में लाए गए पैड तथा उपयोग पश्चात उसका सुरक्षित निबटान की अनिवार्यता को भी बताए । पायल वैष्णव द्वारा बताया गया की जागरूकता के साथ सुरक्षात्मक उपयोग से विभिन्न बीमारियों से बचा जा सकता है, सरकार द्वारा स्कूलों में जागरूकता हेतु समय समय पर अनेक कैंपेन चलाया जाता है जिसके कारण संकोच की प्रकृति बहुत हद समाप्त हो गई है, प्रकृति की हर एक सृजन की शुरुवात भी परिवर्तन से ही होता है बदलाव विकास का एक क्रम है ।
जागरूकता शिविर में स्वच्छता प्रबंधन की जानकारी देने पहुंचे
शिक्षिका दीप्ति शर्मा द्वारा संबोधित कर बताया गया की ग्राम स्तर के स्कूलों में किशोरी बालिकाओं में एक समय बाद हुए बदलाव के प्रति समय समय पर जानकारी देकर जागरूक किया जाता है तथा उपरोक्त विषय के संबंध में फैले कई भ्रांतियां व अंधविश्वास को दूर किया जाता है । जिसके परिणाम स्वरूप उपरोक्त विषय की असहजता से बालिकाएं आसानी से निकल चुकी है, मासिक धर्म असल में समस्या नहीं बल्कि जानकारी का अभाव होना समस्या है, जीवन में हर एक परिवर्तन क्रमोत्तर विकास के नव सृजन का प्रतीक है । उपरोक्त अवसर पर समूह की महिलाओ द्वारा भी अपने अपने विचार सुझाव रखे गए ।