प्रमोद मिश्रा, रायपुर, छत्तीसगढ़ | 28 जून, 2022
अग्निपथ योजना को लेकर के देश और अनेक राज्यों में तरह-तरह के राजनीतिक प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं। इस बीच युवाओं को अपनी तरीके से इस स्कीम के बारे में समझाने का प्रयास भी हो रहा है।
अग्निपथ स्कीम को लेकर छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध चार्टर्ड अकाउंटेंट और भाजपा के नेता अमित चिमनानी ने आंकड़ों के जरिए इस योजना का फ़ायदा समझाने का प्रयास किया है। साथ ही अमित ने कहा है कि चार साल बाद युवाओं के पास विकल्प ही विकल्प रहेंगे।
अमित चिमनानी ने बताया कि कुल 46 हजार लोगों की भर्ती हर वर्ष सेना करेगी। उसमें से 11,500 यानी 25 प्रतिशत रिटेन होने हैं, बाकी 34,500 को नए जॉब्स में जाना है। केंद्रशासित प्रदेश मिलाकर देश में 36 प्रदेश हैं। इन सभी 34,500 को अगर सिर्फ राज्य सरकारें सरकारी नियुक्ति देती हैं, तो भी एक राज्य को औसत मात्र 958 लोगों को ही भर्ती देनी है और अगर एक महीने की सैलरी 30 हजार भी देते हैं, तो अग्निवीरों की भर्ती का प्रतिवर्ष खर्चा राज्यों को मात्र 34 करोड़ रुपये आयेगा।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ तो ऐसा प्रदेश है, जहां कई करोड़ का खरीदा हुआ गोबर पानी में बह जाता है, तो 34 करोड़ क्या है? वो भी जब राज्य के बजट 1 लाख करोड़ से ज्यादा है।
अमित ने बताया कि राज्यों को ये भी नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि केंद्र ने पहले ही गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय में अग्निवीरों के लिए आरक्षण की बात कह दी है। वास्तव में जॉब्स इतने होंगे की अग्निवीर को तय करना होगा, वो केंद्र में जाना चाहता है? राज्य में? या प्राइवेट जॉब में?
सोशल मीडिया में सीए अमित चिमनानी के इस नए एंगल की तारीफ हो रही है।