ब्यूरो रिपोर्ट
गाजियाबाद/छत्तीसगढ़, 06 जुलाई 2022
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ उदयपुर मामले में गलत खबर चलाये जाने के मामले को लेकर छत्तीसगढ़ में FIR के बाद अब रोहित रंजन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है । दरअसल, एंकर रोहित रंजन पर आरोप है कि उन्होंने राहुल गांधी की छवि को धूमिल करने के प्रयास से गलत खबर प्रकाशित किया । इस मामले को लेकर राजधानी के सिविल लाइन थाने में विधायक देवेंद्र यादव ने FIR दर्ज कराई । उसके बाद रायपुर पुलिस 15 स्टॉफ के साथ गाजियाबाद, रोहित रंजन को गिरफ्तार करने पहुँची है । हालांकि रायपुर पुलिस रोहित रंजन को गिरफ्तार नहीं कर पाई और नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद जमानत पर रोहित रंजन को रिहा कर दिया है । आपको बताते चले कि जमानत के बाद रोहित रंजन कहा है, छत्तीसगढ़ की पुलिस को इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है । जानकारी के मुताबिक अभी तक रायपुर की पुलिस गाजियाबाद में ही रुकी हुई है ।
आपको बताते चले कि एक तरफ रायपुर की पुलिस अभी भी रोहित रंजन को गिरफ्तार करने के लिए गाजियाबाद में हैं, तो वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी के खिलाफ फेक न्यूज चलाने के आरोपी जी-न्यूज के एंकर रोहित रंजन सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। उनके वकील सिद्धार्थ लूथरा ने जल्द मामले की सुनवाई के लिए याचिका लगाई है। याचिका स्वीकार भी हो गई है। कल यानी गुरुवार को सुनवाई होनी है।
सिद्धार्थ लूथरा ने कहा, “रोहित को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बाद में जमानत पर रिहा किया था। छत्तीसगढ़ की पुलिस अब रोहित को गिरफ्तार करना चाहती है।”
उधर, सुबह 9 बजे छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस फिर रोहित के फ्लैट पर पहुंची। वहां ताला बंद था। ये फ्लैट गाजियाबाद के इंदिरापुरम में नियो स्कॉटिस सोसाइटी में हैं। फ्लैट पर जाने से पहले गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने में छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपने आने की सूचना भी दी थी। रोहित की फरारी पंचनामा तैयार किया गया है। उनकी तलाश की जा रही है।
रायपुर में कांग्रेस MLA ने कराई FIR
मामले की शुरुआत 3 जुलाई से हुई। छत्तीसगढ़ के जिला रायपुर के सिविल लाइन थाने में FIR हुई। आरोपी बनाए गए जी ग्रुप के चेयरमैन, निदेशक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी और कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले एंकर रोहित रंजन। भिलाई नगर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की तहरीर पर एक्शन हुआ। रायपुर पुलिस ने धोखाखड़ी, गाली गलौच, साजिश रचने, धमकी देने जैसी धाराओं में लिखा पढ़त की है।
विधायक का कहना है, “राहुल गांधी ने वायनाड में कांग्रेस कार्यालय पर हमले पर जो बयान दिया, वो उदयपुर की घटना से जोड़कर दिखाया गया था।”
12 सौ किमी दूरी तय करके 5 जुलाई को गाजियाबाद पहुंचे
4 जुलाई को रायपुर की स्पेशल CJM कोर्ट ने एंकर रोहित रंजन का गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया। इसी वारंट को लेकर रायपुर के नगर पुलिस अधीक्षक उदयन बिहार 5 जुलाई की सुबह 5 बजे गाजियाबाद के इंदिरापुरम के न्यू स्कोटिस सोसाइटी में पहुंचे। यही रोहित रंजन रहते हैं। 1200 किमी की दूरी तय करने वालों में 15 पुलिसकर्मियों की टीम थी।
रायपुर-गाजियाबाद पुलिस में बहस के बीच आई नोएडा पुलिस
ट्वीट करने के महज 15-20 मिनट बाद ही गाजियाबाद की इंदिरापुरम थाना पुलिस रोहित रंजन के घर पहुंच गई। गाजियाबाद पुलिस के दरोगा ने छत्तीसगढ़ पुलिस के वर्दी में नहीं होने पर आपत्ति जताई। रायपुर ASP को पुलिस आई कार्ड दिखाना पड़ा। किसी न किसी मुद्दे पर दोनों राज्यों की पुलिस में बहस होती रही। इस बीच सुबह करीब सवा 7 बजे नोएडा पुलिस की वहां अचानक से एंट्री हो गई। ये पुलिस नोएडा सेक्टर-20 थाने की थी।
दबाव बढ़ने और विरोध तेज होने पर रात में दिखाई गिरफ्तारी
गाजियाबाद में मुकदमा दर्ज होने की बात कहने वाली नोएडा पुलिस रोहित के कब्जे में आते ही बयान देने से कतराती रही। पूरे दिन किसी अधिकारी ने कोई बयान नहीं दिया कि रोहित को कहां रखा गया है? उनकी गिरफ्तारी दिखाई गई है या नहीं या फिर उन्हें कौन से मुकदमे में पूछताछ के लिए ले जाया गया है?
रायपुर SP उदयन बिहार ने गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम में उसी थाने की पुलिस के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने और वांरटी को छुड़ा ले जाने की एप्लिकेशन दे दी।