प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 01 अगस्त 2022
छत्तीसगढ़ में सरकारी अधिकारी-कर्मचारी संगठन महंगाई भत्ते और गृहभाड़ा भत्ते को लेकर एक बार फिर आक्रामक नजर आ रहा है । कल राजधानी में सरकारी अधिकारी-कर्मचारी संघ के लगभग 80 संगठनों ने राजधानी रायपुर में बैठक कर निर्णय लिया कि अब 22 अगस्त से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल की शुरुआत की जाएगी । आपको बताते चले कि यह वह कर्मचारी संग़ठन है, जिन्होंने 25 जुलाई से 29 जुलाई तक निश्चित कालीन हड़ताल किया था । कर्मचारी संगठनों ने कहा कि 22 अगस्त के पहले तक सरकार को अपनी मांगों को लागू करने और भी प्रयास किये जायेंगे ।
क्या है मांगें?
प्रदेश में अधिकारी-कर्मचारी संग़ठन की मांग है कि केंद्रीय कर्मचारियों की तरह उन्हें भी 34 फीसदी महंगाई भत्ता मिले । साथ ही सातवें वेतनमान के अनुरूप गृहभाड़ा भत्ता को भी बढ़ाया जाए ।
सरकार का क्या रुख?
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने पहले ही पुरानी पेंशन स्कीम को लागू कर दिया है । ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती वित्त की है क्योंकि अगर सरकार महंगाई भत्ते को बढ़ाती है, तो 2200 करोड़ रुपये का सालाना अतिरिक्त भार सरकार को पड़ेगा । ऐसे में जब केंद्र पुरानी पेंशन स्कीम का पैसा देना मना कर चुकी है, तो सरकार पर वित्त का भार और बढ़ जाएगा ।
स्वतंत्रता दिवस पर CM दे सकते हैं सौगात
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर्मचारी संगठनों की मांग से भलीभांति परिचित है । ऐसे में हो सकता है कि इस बार जब देश आजादी के महोत्सव को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है, तो इस स्वतंत्रता दिवस सीएम तमाम संगठनों को बड़ी सौगात दे सकते हैं । सूत्र बता रहे हैं कि सीएम भूपेश अपने आजादी के उद्बोधन में 5 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा कर सकते हैं । अब देखना होगा कि सरकार सरकारी अधिकारी-कर्मचारी संगठनों के मांगों पर क्या निर्णय लेता है?