अफवाहों से दूर रहें : दिल्ली से कपड़ा बेचने आये परिवार की बच्चा चोरी के शक में CG में पिटाई, किराए के मकान से निकालकर मोहल्लेवासियों ने पीटा

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■ पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर की बात कही

■ छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रहा मामला

प्रमोद मिश्रा

 

 

रायपुर/दुर्ग, 09 अक्टूबर 2022

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में बच्चा चोर की अफवाह में एक बार फिर एक परिवार से मारपीट की खबर सामने आई है । इस बार दिल्ली से कपड़ा बेचने आया परिवार इसका शिकार हुआ है । छत्तीसगढ़ में लगातार एक के बाद एक ऐसी घटनाएं सामने आ रही है । रायपुर, दुर्ग, कांकेर, धमतरी, बलौदाबाजार, जांजगीर जिले के साथ प्रदेश के कई हिस्सों से ऐसी खबरें लगातार सामने आ रही है । ऐसे में एक तरफ पुलिस लगातार लोगों से अपील कर रही है कि कोई बच्चा गिरोह छत्तीसगढ़ में सक्रिय नहीं है । लेकिन, दूसरी तरफ बावजूद इसके अपील का लोगों पर कोई प्रभाव पड़ता नहीं दिख रहा है ।

 

दरअसल, दुर्ग जिले में बच्चा चोरी की अफवाह पर मारपीट की तीसरी घटना समाने आई है। इस बार यह घटना दुर्ग जिला मुख्यालय में हुई है। दिल्ली से दुर्ग फेरी करने आए एक परिवार को उसके किराए के घर से निकालकर मोहल्ले के लोगों ने बुरी तरह पीटा। सूचना मिलते ही दुर्ग कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और परिवार को सुरक्षित थाने लेकर आई।

घर से निकलती पुलिस

दुर्ग टीआई एसएन सिंह ने बताया कि दिल्ली से पति-पत्नी आकर पिछले 4 साल से गंजपारा में किराए का मकान लेकर रह रहे थे। वो लोग घूम घूमकर कपड़ा और दरी बेचने (फेरी करना) का काम करते थे। दिवाली का त्यौहार नजदीक होने से पीड़ित ने अपने साले को कुछ दिन पहले ही बुलाया था। 9 अक्टूबर की देर रात किसी ने अफवाह फैला दी कि ये लोग बच्चा चोर हैं, और इसीलिए यहां आए हैं।

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पीड़ित और उसका साला खाना खाकर मोहल्ले में टहल रहे थे। अचानक कुछ लोग वहां पहुंचे, और बच्चा चोर, बच्चा चोर कहकर उन्हें मारने लगे। देखते ही देखते वहां सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंच गए। लोगों ने उन्हें लात, घूंसे और लाठी से बुरी तरह मारा। जब फेरीवालों को लगा कि लोग उन्हें जान से मार देंगे तो वह वहां से भागकर अपने आपको कमरे में बंद कर लिया।

पुलिस ने पीड़ित को सुरक्षित कमरे से निकाला

जैसे ही कोतवाली पुलिस को मामले की सूचना मिली वो तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने सुरक्षित पीड़ित को वहां से बाहर निकाला। लोग इतने गुस्से में थे कि पुलिस की कस्टडी में होने के बाद भी पीड़ित को मारने दौड़ रहे थे। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने पीड़ित को वहां से बाहर निकाला और थाने ले गई। इसके बाद उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। पीड़ितों में कपूर सिंह (65 वर्ष) संजय नगर कोरबा निवासी, विकास सिंह (30 वर्ष) पंजाबी कॉलोनी, नरेला दिल्ली। मदन सिंह (32 वर्ष) संजय नगर कोरबा । रविंदर सिंह (35 वर्ष) पंजाबी कॉलोनी, नरेला, दिल्ली निवासी। अरुण सिंह (28 वर्ष) पंजाबी कॉलोनी दिल्ली के रहने वाले हैं।

 

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