प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 14 नवंबर 2022
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के श्री मेडीशाइन हॉस्पिटल में एक एसिड प्रतिवाह रोग (GERD) के आधुनिक ट्रीटमेंट में इलाज कर एक विशेष उपलब्धि प्राप्त की है । यहाँ एक 36 वर्षीय महिला जिन्हें पिछले 15 साल से (GERD) की समस्या थी उन्हें इरोजिव एवं नॉन इरोजिव रिफ्लक्स दोनों थे, उनका इलाज दूरबीन पध्दति के माध्यम से बिना चीरफाड़ या की-होल लेप्रोस्कोपी के माध्यम से किया गया । इलाज के बाद महिला बिलकुल स्वस्थ है और बेहतर महसूस कर रही है ।
इलाज करने वाले गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट डॉ अरुण अय्यर जो कि एमडी (इंटरनल मेडिसिन) डीएम (गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजी) एवं एडवांस्ड इन्डोस्कोपी के विशेषज्ञ हैं। वे कहते हैं कि यह एक एंडोस्कोपिक प्रक्रिया है जिसे GERD X (Endoscopic fundoplication) कहते हैं यह उन लोगों लिए हैं जिन्हे GERD है और जो काफी लम्बे समय जैसे लगभग 10 सालों से गैस की दवाई ले रहे हैं । इसके बाद उनकी दवाई लगभग पूरी तरह से बंद हो सकती हैं. इसमें किसी प्रकार का चीरा, दर्द या ब्लड लॉस नहीं होता। यह एक डे केयर प्रोसीजर है जिसमें एक ही दिन या ज्यादा से ज्यादा अगले दिन छुट्टी दे दी जाती है. इस प्रक्रिया को प्रशिक्षित गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट ही कर सकते हैं।
डॉ. अरुण ने एडवांस इन्डोस्कोपीक सर्जरी की प्रैक्टिस एवं प्रशिक्षण इंगलैन्ड में लगभग 2 वर्षों तक की है, बताते है कि यह प्रक्रिया किसी भी आयु वर्ग के लोगों के लिए सुरक्षित है। लम्बे समय तक गैस की दवाई खाना शरीर के लिए हानिकारक है. यह कई प्रकार की बीमारियां उत्पन्न कर सकता है जैसे किडनी की बीमारी, डिमेंशिया, पेट का कैंसर, निमोनिया, कमजोर हड्डियां, विटामिन बी 12, विटामिन डी की कमी आदि ।
आपको बताते चले कि महिला का इलाज मुख्यमंत्री सहायता योजना के अंतर्गत मेडीशाइन हॉस्पिटल के डायरेक्टर एवं डॉक्टर्स के सहयोग से किया गया । डॉक्टरों ने बताया कि सभी आय वर्ग के लोग भी योजना के अंदर इस बीमारी का इलाज करवाकर उठा सकते है।