प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 05 दिसंबर 2022
कांग्रेस ने अपने छत्तीसगढ़ के प्रभारी को बदल दिया है । अब पीएल पुनिया की जगह कुमारी शैलजा छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रभारी होंगी । आपको बताते चलें कि पीएल पुनिया काफी लंबे समय तक छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के प्रभारी पद पर रहे ।
हरियाणा से राज्यसभा सांसद रही कुमारी शैलजा पूर्व में केंद्रीय मंत्री भी रह चुकी है । आपको बताते चले कि छत्तीसगढ़ के साथ हरियाणा और राजस्थान के भी प्रभारी बदले गए हैं । छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है । ऐसे में इतने बड़े बदलाव से यह समझा जा सकता है कि आने वाले दिनों में पार्टी कोई बड़ा निर्णय ले क्योंकि दोनों राज्यों में चुनाव में एक साल का वक्त बचा है ।
खांटी राजनीति का मुखर चेहरा हैं
कुमारी शैलजा को हरियाणा की खांटी राजनीति का चेहरा कहा जाता है। उका जन्म 24 सितंबर 1962 को हरियाणा के हिसार जिले हुआ था। नई दिल्ली के जीसस सेंट मेरी स्कूल में शुरुआती पढ़ाई करने के बाद उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में एमफिल किया। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1990 में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बनने से की। वह दो बार सिरसा व दो बार अंबाला से सांसद रही हैं। 2014 से वर्ष 2020 तक राज्यसभा सदस्य भी रह चुकी हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में अंबाला लोकसभा से चुनाव हार गई थी। वह यूपीए की दोनों सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। उनके पिता चौधरी दलबीर सिंह भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके पिता भी केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं।
सितम्बर में रायपुर आई थीं शैलजा
कुमारी शैलजा इस साल सितम्बर में पहली बार छत्तीसगढ़ आई थीं। उस समय उनको भारत जोड़ो यात्रा के बारे में प्रेस वार्ता की जिम्मेदारी मिली थी। उस समय उन्होंने प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी।
चौथी बार 15वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुईं
1996 से 2004 तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सचिव व प्रवक्ता पद का दायित्व । तीसरी बार 2004 में 14वें लोकसभा चुनाव में कुमारी शैलजा ने हरियाणा की अंबाला सीट का प्रतिनिधित्व किया तथा डॉ. मनमोहन सिंह सरकार में आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय की राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनीं। 2005 में राष्ट्रमंडल स्थानीय सरकार फोरम के संचालक मंडल के सदस्य निर्वाचित हुईं। 2007 में दो वर्ष के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यावास की 21वीं शासी परिषद की अध्यक्ष चुनी गईं। 2009 में चौथी बार 15वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुईं।