प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 17 दिसंबर 2022
छत्तीसगढ़ के साथ अनेक राज्यों में इन दिनों ठगी के मामले सामने आ रहे हैं । ऑनलाइन के माध्यम से लोग ठगी का शिकार तो हो ही रहे हैं, इसके साथ ही कई गैंग ऐसे भी एक्टिव हैं जो अश्लीलता परोस कर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं । रायपुर पुलिस ने ऐसे ही एक गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो व्यापारियों को अपनी ठगी का शिकार बनाते थे ।
दरअसल, रायपुर के कुछ कारोबारियों को ब्लैकमेल करके उनसे रुपए ऐंठने का मामला सामने आया है। एक युवती काे पुलिस ने उसके साथियों के साथ गिरफ्तार किया है। ये गैंग मिलकर कारोबारियों से लाखों रुपए ले चुका है। ये गैंग लड़की के साथ लोगों का अश्लील वीडियो बनाता था और वायरल करने की धमकी देकर रुपए ले लिया करता था। गैंग में शामिल युवक खुद को मीडियाकर्मी बताकर भी पैसों के लिए दबाव बनाया करते थे।
ऐसा ही प्रयास इस गैंग ने रायपुर के टिकरापारा इलाके में रहने वाले एक कारोबारी पर किया, मगर फंस गए। कारोबारी अपना संजय नगर का मकान बेचना चाहता था। एक लड़की ग्राहक बनकर उसके पास गई। कारोबारी घर पर अकेला था, लड़की ने कहा मुझे पानी पीना है। पानी लाने कारोबारी अंदर गया इतने में लड़की ने अपने कपड़े उतार दिए और कारोबारी के साथ आपत्ति जनक हरकतें करने लगीं।
कुछ ही सेकंड में लड़की के साथ कैमरा, किसी न्यूज चैनल में इस्तेमाल होने जैसा माइक लेकर घर में घुस आए। वीडियो बनाने लगे और कारोबारी से बोले अब ये वीडियो न्यूज मीडिया में वायरल हो जाएगा हमें रुपए दो। कारोबारी ने घबराकर 1 लाख 25 हजार रुपए भी दे दिए। इसके बाद भी लड़के उसे ब्लैकमेल कर और रुपयों की मांग करते रहे। अब मामला थाने पहुंचा और पुलिस ने इस गैंग के लोगों को पकड़ा है।
युवती का इस्तेमाल करता था गैंग
पुलिस से टिकरापारा के कारोबारी ने शिकायत की और जिन लड़कों ने रुपए लिए उनके बारे में जानकारी दी। इसी आधार पर कार्रवाई आगे बढ़ी। लोगों को झांसे में लेने गैंग के लोग लड़की का इस्तेमाल करते थे। इस केस में पुलिस ने कारोबारी की शिकायत के बाद कांड में शामिल लड़की पूजा मजूमदार, प्रमोद मजूमदार, तारक विश्वास, सुल्तान अंसारी मौलाना, आरोपी खेमचंद एवं संजय चौहान को अरेस्ट किया है। पता चला है कि इन मामलों में इनकी एक और साथी थी युवती का नाम इशरत बानों उर्फ खूशबू साहू है, जो कि फरार है।
खुद को मीडियाकर्मी बताकर देते थे धमकी
इस कांड में गिरफ्तार हुए आरोपी खुद को मीडियाकर्मी बताकर कारोबारियों को ठगा करते थे। पुलिस की जांच में पता चला है कि खेमचंद कौशिक खुद को कुछ चैनलों का को-ऑर्डिनेटर बताता था, इसका साथी आरोपी संजय चौहान उर्फ सोनू चैनल में कैमरा मैन की भूमिका में था। इसी वजह से बदनामी के डर से लोग इनके झांसे में आ रहे थे।
इससे पहले 4 और लोगों को ठगा
ठग और ब्लैकमेलिंग का काम करने वाले इस गैंग ने अन्य 4 लोगों को भी ठगा है। उन लोगों से भी इसी तरह लड़की के जाल में फंसाकर, जबरन अश्लील वीडियो बनाकर रुपए लिए गए हैं। वो पीड़ित बदनामी के डर से सामने नहीं आए, मगर पुलिस उन मामलों की भी छानबीन कर रही है।