प्रमोद मिश्रा, रायपुर, 28 अप्रैल 2023
वर्ष 2025 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) अपना शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है। इसके पहले संघ अपने विस्तार में जुटा हुआ है। छत्तीसगढ़ में महज दो महीने के भीतर ही संघ की 200 नई शाखाएं शुरू हुई हैं।
ये बढ़त प्रदेश हर जिलों में हुई हैं। छत्तीसगढ़ समेत देशभर में संघ ने शताब्दी वर्ष तक हर ग्राम पंचायत में एक शाखा लगाने का लक्ष्य रखा है। पखवाड़े भर पहले रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय से लगे एक भवन में सप्ताहभर पहले प्रांतीय टोली की बैठक में प्रांत संघचालक डा. पूर्णेंदू सक्सेना, प्रांत कार्यवाह चंद्रशेखर देवांगन, प्रांत प्रचारक प्रेमशंकर सिदार व अन्य ने संघ के विस्तार की समीक्षा की और आगे लक्ष्य को पूरा करने के लिए नीति तय की है।
गौरतलब है कि अभी तक प्रदेश में शाखाओं की संख्या 1400 थी । अब यह बढ़कर 1600 हो गई है। संघ मुख्यालय ने देशभर के अपने पदाधिकारियों और स्वयं सेवकों के लिए शताब्दी वर्ष में हर गांव में शाखा का नारा दिया है।छत्तीसगढ़ में वर्ष 2020 की स्थिति में 11664 ग्राम पंचायत हैं।
ऐसे में हर ग्राम पंचायत तक पहुंचने के लिए पदाधिकारी से लेकर स्वयंसेवक अभियान में जुट गए हैं। क्षेत्र प्रचारक से लेकर अन्य पदाधिकारियों का संपर्क अभियान चल रहा है।
इस वर्ष प्राथमिक वर्ग में शामिल हुए सात हजार:
छत्तीसगढ़ संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में संघ का प्राथमिक वर्ग भी शुरू हो गया है। इसमें सात हजार नए युवक जुड़ गए हैं। वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना के चलते संघ का प्रशिक्षण वर्ग नहीं हुआ था। इसलिए संघ के विस्तार में अवरोध आ गया था।
इस तरह पहुंचेंगे गांव की ओर संघ ने निर्णय लिया है कि संघ में प्रथम और द्वितीय वर्ष शिक्षित स्वयं सेवकों की मदद से जिला मुख्यालयों में अपने काम को पूरा करने के बाद प्रखंड, मंडल व गांव की ओर रुख करना है। प्रखंड, मंडल व गांव में प्रथम वर्ष शिक्षित स्वयं सेवकों की टीम काम करेगी।