इमरान खान की गिरफ्तारी पर पाकिस्तानी सेना दो फाड़, जनरल फैज गुट कर रहा सपोर्ट, अगले 36 घंटे अहम

Bureaucracy

प्रमोद मिश्रा, 10 मई 2023

इस्लामाबाद: इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में हंगामा मचा हुआ है। कई शहरों से हिंसा और आगजनी की खबरें हैं। क्वेटा में हिंसक भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया और फायरिंग भी की। वहीं, रावलपिंडी में सैन्य मुख्यालय में तोड़फोड़ की गई। लाहौर में कोर कमांडर का घर जला दिया गया। मियांवाली में पाकिस्तानी वायु सेना के एयरबेस के बाहर आग लगा दी गई। फैसलाबाद में आईएसआई दफ्तर में तोड़फोड़ की गई। इन घटनाओं के बाद पाकिस्तानी सेना के आपात बैठक बुलाई और हालात पर चर्चा की। बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना के डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को मार्शल लॉ की सिफारिश की है।

इमरान खान को लेकर पाकिस्तानी सेना दो फाड़

पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद सेना में फूट पड़ गई है। कई जगहों पर पीटीआई समर्थकों पर बल प्रयोग से सेना ने इनकार किया है। सैन्य मुख्यालय पर भी हमले के दौरान ड्यूटी पर मौजूद संतरी पीछे हट गए। लाहौर में भी पाकिस्तानी सेना के कोर कमांडर के घर के बाद तैनात सैनिकों ने भीड़ के सामने समर्पण कर दिया। कई अन्य जगहों पर भी सैन्य अधिकारियों ने इमरान खान के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर की है।

 

 

 

फैज हामिद का गुट कर रहा इमरान को सपोर्ट

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद का गुट इमरान खान का समर्थन कर रहा है। फैज हामिद फिलहाल पाकिस्तानी सेना से रिटायर हो चुके हैं। रिटायरमेंट के वक्त वे पेशावर कोर कमांडर थे। इमरान खान उन्हें जनरल कमर जावेद बाजवा के रिटायरमेंट के बाद सेना प्रमुख बनाना चाहते थे, लेकिन उससे पहले ही उनकी सरकार गिर गई। बाद में शहबाज शरीफ सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मुनीर को सेना प्रमुख बना दिया। आसिम मुनीर को शहबाज शरीफ का खास समझा जाता है। उनके आर्मी चीफ बनते ही फैज हामिद के खिलाफ कई आंतरिक जांच भी शुरू कर दी गई थी।

पढ़ें   आज की बड़ी खबरें : CM विष्णुदेव साय झारखंड में करेंगे चुनावी प्रचार...इंडियन रोड कांग्रेस अधिवेशन का दूसरा दिन...पूर्व CM भूपेश बघेल रायपुर दक्षिण विधानसभा में करेंगे प्रचार...देखें आज की बड़ी खबरें

सेना में फूट से बचाने के लिए मार्शल लॉ की सिफारिश

पाकिस्तानी सेना की आपात बैठक के दौरान सेना में फूट का मुद्दा भी उठाया गया। कई शहरों में सैन्य अधिकारियों ने इमरान खान के पक्ष में निष्ठा जताने पर चिंता व्यक्त की गई। पाकिस्तानी सेना के डीजीएमओ ने धारा 245 के तहत पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कार्यालय को मार्शल लॉ की सिफारिश भी भेजी, हालांकि इस पर अंतिम फैसला अभी नहीं किया गया है। पाकिस्तान में हिंसा को बढ़ते देख इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है।

Share